जिला प्रशासन व महिला-बाल विकास विभाग को दिया धन्यवाद
कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे की पहल पर महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई ने किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों का पालन कर मुम्बई से बिछड़े हुए परिवार को अपनो से मिलाया।
कलेक्टर जनमेजय महोबे के समक्ष थाना पिपरिया के आर्थिक रूप से कमजोर एक परिवार ने अपने खोये हुए 5 वर्षीय पोती पुत्र और पुत्र वधु की जानकारी दी। जिसमें 5 वर्षीय बालिका के दादी ने कहा की मेरा पुत्र और बहु अपने नाबालिग बेटी जिसका उम्र 5 वर्ष है इन तीनों महाराष्ट्र मुंबई कमाने खाने गए थे, जहां माता पिता से बच्ची बिछड़ गयी है और उसके माता पिता भी संपर्क में नहीं है। कलेक्टर महोबे ने जानकारी मिलने पर तत्काल संज्ञान लिया और जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग आनंद तिवारी को इस पर गंभीरता से लेते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई के माध्यम से तत्काल पहल करने के निर्देश दिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई को नाबालिक बालिका और उसके माता पिता को उनके परिजन से मिलाने जिम्मेदारी सौंपी।
मुंबई में गुमी बच्ची को अपने परिजनों से मिलाया
जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर परामर्शदाता अविनाश ठाकुर एवं आउटरीच वर्कर जिला बाल संरक्षण इकाई विनय जांघेल ने आवेदिका के घर जाकर प्रकरण की पूरी जानकारी ली। जिसमे परिजनों ने बताया कि पुत्र और पुत्र वधु अपने छोटी बच्ची को अपने साथ लेकर कमाने खाने के लिए मुंबई महाराष्ट्र गए हुए है। जो एक कैटरर के यहाँ कार्य करते हैं। उनकी 5 वर्ष की बच्ची उनसे मुंबई में कहीं गुम हो गई है। जिसकी सूचना पुलिस में भी दिया गया है। उन्होंने बताया की हमारे द्वारा भी पता लगाने का बहुत प्रयास किया गया, लेकिन अभी तक कोई पता नहीं चला है और अभी उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है उनका मोबाइल नंबर भी बंद बता रहा है उन पर हम लोग काफी परेशान हैं। टीम द्वारा रिपोर्ट तैयार करने के बाद मुंबई के जिला बाल संरक्षण इकाई महिला बाल विकास विभाग, बाल कल्याण समिति, पुलिस विभाग एवं बाल देखरेख संस्था से समन्वय किया। जिसने पता चला कि एक 5 वर्षीय बालिका मुंबई के बाल देखरेख संस्था आशा सदन में संस्था के अधीक्षिका ऐश्वर्य मिस्त्री के संरक्षण में है। जिस पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर, संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई क्रांति साहू ने महाराष्ट्र मुंबई के जिला बाल संरक्षण इकाई महिला बाल विकास विभाग बाल कल्याण समिति एवं बाल देखरेख संस्था तथा पुलिस विभाग से किशोर न्याय बालकों के देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम की धाराओं का उल्लेख करते हुए लगातार पत्राचार कर समन्वय बनाये रखा।
बाल कल्याण समिति मुंबई ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी कबीरधाम को उक्त 5 वर्षीय नाबालिग बालिका के संबंध में किशोर न्याय अधिनियम के तहत होम वेरीफिकेशन रिपोर्ट सामाजिक जांच रिपोर्ट और बालिका और उनके परिजन के आईडी प्रूफ की मांग किया गया। जिस पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने अपनी टीम के साथ जाकर बालिका के समाजिक जांच आईडी प्रूफ, ऐड्रेस प्रूफ लेकर होम वेरिफिकेशन रिपोर्ट मुंबई बाल कल्याण समिति को प्रेषित किया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के रिपोर्ट पर बाल कल्याण समिति मुंबई के द्वारा बालिका के संबंध में निर्णय लेते हुए किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 94 के तहत बालिका को पुलिस के माध्यम से सकुशल बाल कल्याण समिति कबीरधाम के समक्ष प्रस्तुत कर उनके परिजन को सौंपने के निर्णय पर पारित किया गया।
बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार नाबालिग बालिका को मुंबई पुलिस के एक महिला एसआई और दो आरक्षक द्वारा सकुशल कबीरधाम लाते हुए बाल कल्याण समिति कबीरधाम के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिस पर समिति द्वारा बालिका के परिजनों के सभी दस्तावेजों तथा जिला बाल संरक्षण अधिकारी कबीरधाम के रिपोर्ट का सूक्ष्मता से अवलोकन कर प्रकरण पर सुनवाई करते हुए नाबालिग बालिका को उसकी दादी के संरक्षण में सौंपा गया। इस प्रकार जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई बाल कल्याण समिति एवं पुलिस विभाग के सजगता से एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को उनके बिछड़े हुए पुत्र, पुत्रवधू व नाबालिक पोती को मिलाया गया। अपनों के बिछड़ने के गम में बेसुध परिवार ने अपनों को पाकर बहुत ही हर्षोल्लास के साथ उत्साहित हुए और सभी दुख भूलाकर जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास कबीरधाम एवं पूरी टीम को धन्यवाद दिया। कार्यवाही में जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकरी सीएल भुआर्य, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर, संरक्षण अधिकारी क्रांति साहू, परामर्शदाता अविनाश ठाकुर, आउटरीच वर्कर विनय जंघेल तथा संरक्षण अधिकारी गैर संस्थागत राजाराम चंद्रवंशी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति कबीरधाम श्रीमती अंजना तिवारी एवं समिति के सदस्य राजेंद्र बारले, विष्णु सिंह चंद्रवंशी, श्रीमती खान मैडम तथा मुंबई के बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, मुंबई पुलिस, बाल देखरेख से संस्था के ऐश्वर्या मिस्त्री अधीक्षक आशा सदन मुम्बई का विशेष योगदान रहा।
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