विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिपः भारत को मिला दूसरा गोल्ड मेडल, नीतू के बाद स्वीटी बोरा भी बनीं विश्व चैंपियन

नई दिल्ली। स्वीटी बूरा ने शनिवार को नई दिल्ली में आईबीए विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में चीन की वांग लीना को हराकर 75-81 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक हासिल किया। लाइट हैवीवेट मुक्केबाज ने अपने चीनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। स्वीटी ने 3-2 से जीत हासिल की। इससे पहले नीतू घंघास ने भी गोल्ड मेडल जीता। भारत ने शनिवार को दो गोल्ड मेडल जीते।

स्वीटी ने पहले दौर की शुरुआत में ध्यैर्यपूर्व अंदाज में की। उसने अपने प्रतिद्वंद्वी पर घूंसे मारने से पहले, पहले मिनट तक ध्यैर्य बनाए रखा। इसके बाद आक्रामक रूख अपनाते हुए 3-2 से पहला राउंड जीत लिया। भारतीय ने दूसरे दौर की शुरुआत भी इसी तरह से की। वांग लीना पर हमला करने से पहले शुरुआत का इंतजार किया। इस प्रक्रिया में, भारतीय को भी सीधा प्रहार करने का मौका मिला। दूसरा राउंड भी स्वीटी ने 3-2 से जीता।

चीन की बांग लीना को फाइनल में हराया

वांग लीना ने अंतिम राउंड में कमाल का प्रदर्शन दिखाया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपना दांव जारी रखा और अंतिम मिनट के थ्रोटल के लिए ऊर्जा बचाते हुए, मैच जीत लिया। स्वीटी को 9 साल पहले रजत पदक से संतोष करना पड़ा था, जब उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए कुछ बड़े नामों को हराया था। 30 वर्षीय इस बार 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कोई कसर नहीं छोड़ी।

इससे पहले नीतू घंघास ने 45-48 किग्रा वर्ग में फाइनल में मंगोलिया की लुत्शेखान अल्तांतसेग को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नीतू ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा के खिलाफ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, जिसे उसने विभाजित निर्णय के फैसले के बाद 5-2 से हराया। बलकिबेकोवा ने पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में नीतू को हराया था।