मुख्यमंत्री ने वर्चुअल रूप से रीपा का किया शुभारंभ

ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

दंतेवाड़ा । मुख्यमंत्री बघेल ने मुंगेली जिले के सरगांव से भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से प्रदेश में रीपा का शुभारंभ किया। इसी के तहत दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत ग्राम भैरमबंद में लोकार्पण करते हुए रीपा की शुरुआत की गई। सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी एवं महात्मा गांधी की छायाचित्र पर पूजा कर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर विनीत नंदनवार, जिला पंचायत सीईओ ललितादित्य नीलम, सरपंच श्रीमती जयंती नाग सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।



तत्पश्चात जनप्रतिनिधि एवं कलेक्टर नंदनवार के द्वारा बायो फर्टिलाइजर और बायो पेस्टीसाइड प्रसंस्करण यूनिट कक्ष का रिबन काटा गया। इसके साथ ही रिपा पार्क में ही कलेक्टर के द्वारा आम के पौधा का रोपण किया गया। महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रिपा शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से है। मुख्यमंत्री के मंशानुरूप ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और महिलाओं एवं युवाओं को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जिले के सभी विकासखंडों में 02-02 रिपा का स्थापना किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के सभी रीपा का लोकार्पण करते हुए शुभारम्भ किया गया। रीपा योजना के तहत विकासखंड दंतेवाड़ा अंतर्गत भैरमबंद  अंतर्गत  जैव उर्वरक और जैव कीटनाशक निर्माण इकाई, गोबर पेंट निर्माण इकाई यूनिट का शुभारंभ किया गया। साथ ही संबंधित हितग्राहियों से उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा की गई।



इसी तरह जिले के अन्य स्थानों में जैसे ग्राम जारम में बटन मशरूम उत्पादन, अंडा उत्पादन इकाई, विकासखंड गीदम अन्तर्गत बड़े कारली में चिक्की निर्माण एवं चना फल्ली लड्डू निर्माण इकाई, झोडिया बाड़म में जैविक सुगंधित चावल, पैरा बॉयलिंग यूनिट, पोहा उत्पादन इकाई की स्थापना , विकासखंड कुआकोंडा अंतर्गत नकुलनार में ऑफिस फाइल पैड निर्माण इकाई, चॉक स्टिक निर्माण, मैलावाड़ा में पेपर कप एवम नॉन वुवन बैग, हल्दी, महुआ, रोजेला प्रसंस्करण इकाई ,विकासखंड कटेकल्याण अंतर्गत मोखपाल  में सीमेंट ईट एवं पेवर ब्लॉक निर्माण इकाई, बड़े गुड़रा में इमली प्रसंस्करण इकाई, टोरा ऑयल इकाई, बायोफ्लॉक मछली इकाई की स्थापना की जा रही है इससे जिले के गांव के  बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा जिले में अब रीपा के अंतर्गत  ग्रामीणों को  आजीविका गतिविधियों से जोड़ते हुए रोजगार दिया जा रहा है। इससे गांव के दीदी, महिलाओं एवं युवाओं को स्वरोजगार मिल सकेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

भैरमबंद गौठान रीपा परिसर में समूह की दीदियों द्वार गाय के गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई का शुभारंभ किया जा चुका है। साथ ही समस्त शासकीय भवनों, नव निर्मित भवनों में की रंगाई के लिए गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट के उपयोग किया जा रहा है। रीपा के माध्यम से आजीविका के साधन उपलब्ध कराते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में इस दौरान महिलाएं व युवा रिपा में कार्य करने को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दिए।