बिलासपुर । जिला तो कोरोना महामारी काबू में चल रहा है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार मरीज मिलने का सिलसिला शुरू हो गया हैंं। लिहाजा जिला स्तर पर भी इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीएमएचओ के निर्देश पर एक बार फिर कोरोना टेस्टिंग व ट्रेसिंग शुरू कर दिया है। वही सिम्स व जिला अस्पताल में सर्दी-खांसी, बुखार के पहुचने वाले मरीजों का लक्षण के आधार पर कोरोना टेस्ट करने को कहा गया है। अगर इस दौरान कोई भी कोरोना से संक्रमित मिलता हैं तो तत्काल मरीज के संपर्क में आने वालों को ट्रेसिंग कर सैंपल लेने के निर्देश दिया गया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक सावधानी नहीं बरती गई तो एक बार फिर संक्रमण के मामले बढ़ सकते है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलग से कोरोना सैंपलिंग व ट्रेसिंग टीम को तैयार कर लिया है। जो भी संदेहियों का सैंपल लेने के काम में जुट गई है।
हालाकि यह यह भी माना जा रहा है कि मामले बढ़ने पर भी यह पहले की तरह घातक परिणाम नहीं दे पाएगा। क्योंकि ज्यादातर का कोरोना टीकाकरण हो चुका है और वे कोरोना को लेकर सुरक्षा दायरे में चल रहे है। लेकिन इसके बाद भी इसके दुष्परिणाम को दरकिनार नहीं किया जा रहा है।
केंद्र सरकार के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ चुका है। सरकारी कोविड अस्पतालों को अपडेट कर दिया गया है। वही निजी कोविड अस्पताल को आपातकाल में तैयार रहने कह दिया गया है।
मौजूदा स्थिति में जिले में सिर्फ तीन मरीज
मौजूदा स्थिति में जिले में कोरोना के सिर्फ 8 मरीज सक्रिय है। जिनके स्थिति भी सामान्य है। बीते एक सप्ताह से जिले में संक्रमण शून्य पर चल रहा है। जिले में कोरोना पूरी तरह से काबू में चल रहा है। लेकिन आने वाले दिन संवेदनशील हो सकता है। ऐसी में इससे लड़ने की तैयारी अभी से पूरी कर ली गई है।
जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण है। लेकिन लापरवाही के गंभीर परिणाम बढ़ते मामले के रूप में आ सकते है। इसको देखते हुए अभी से तैयारी कर ली गई है। नियंत्रण के काम में गति ला दिया गया है।
डा. अनिल श्रीवास्तव, सीएमएचओ
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