बिना अनुमति काट दिए सैकड़ों पेड़, अब कार्रवाई की तैयारी

एसडीएम ने पटवारी से मंगवाया प्रतिवेदन

रायगढ़ । कंपनियों को प्लांट लगाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण करने की शर्तों का पालन करना होता है। रायगढ़ जिले में कई उद्योग अभी भी पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

मां मंगला इस्पात और शाकम्भरी स्टील को लेकर ऐसा ही मामला सामने आया है। दोनों कंपनियों ने संयंत्र के आसपास की जमीन पर बिना अनुमति के सैकड़ों पेड़ काट दिए हैं। अब इसमें कार्रवाई की जा रही है।

शाकम्भरी स्टील संबलपुरी और मां मंगला इस्पात नटवरपुर में स्थित हैं। दोनों प्लांट संबलपुरी इलाके में आसपास ही स्थित हैं। घने जंगलों के बीच ही प्लांट का संचालन हो रहा है। दोनों ही कंपनियों ने पर्यावरण संरक्षण के बजाय उसे तबाह ही किया है।

आसपास की जमीन पर सैकड़ों पेड़ों को बिना अनुमति के काट दिया है। पूरे इलाके में पेड़ों के ठूंठ ही बचे हैं। इसकी जानकारी मिलने के बाद एसडीएम गगन शर्मा ने पटवारी से प्रतिवेदन मंगवा लिया है।
जांच में पुष्टि हुई है कि दोनों ही उद्योगों ने सैकड़ों की संख्या में पेड़ों की कटाई की है। अब इस प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मामला बहुत गंभीर है क्योंकि पेड़ कटाई के लिए विधिवत प्रक्रिया तय है।

दोनों उद्योगों ने स्थापना के बाद से जितने पेड़ काटे हैं उतने लगाए भी नहीं। आसपास के क्षेत्रों को प्रदूषण से बचाने के लिए पर्याप्त कार्य भी नहीं किए जाते। सडक़ों की हालत खराब हो रही है क्योंकि ये उद्योग इनका मेंटेनेंस तक नहीं करते।

लगेगा तगड़ा जुर्माना
दोनों उद्योगों ने एक तरह से सरकार को चुनौती दी है। पेड़ काटने के पहली अनुमति लेने की प्रक्रिया घोषित है। शाकम्भरी स्टील और मां मंगला इस्पात के संचालकों ने इन नियमों को बायपास करते हुए मनमानी की है। पटवारी प्रतिवेदन के आधार पर जुर्माने की कार्रवाई की जा सकती है। उद्योगों में ताला भी पड़ सकता है। संबलपुरी क्षेत्र में घने जंगलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।