एसईसीएल कर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग, डीजल चोरों द्वारा पथराव व मारपीट करना बताया

कोरबा,17मार्च(वेदांत समाचार)। गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे हुई बूंदाबांदी के बीच एसईसीएल कुसमुंडा के जीएम दफ्तर के बाहर 5 श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने प्रदर्शन किया और खदान में कार्यरत एसईसीएल कर्मियों को ड्यूटी के दौरान बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। खदान में घुसे डीजल चोरों के पथराव व मारपीट से कर्मचारियों के डर के साए में काम करना बताया। एसईसीएल कर्मियों पर डीजल चोरों के हमले की घटनाओं के बढ़ने का आरोप लगा संयुक्त श्रमिक संगठन ने करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन किया।

एचएमएस, इंटक, बीएमएस, सीटू व बीएमएस के कुसमुंडा एरिया संयुक्त सलाहकार समिति से जुड़े सदस्यों ने एकसूत्रीय मांग ड्यूटी के दौरान एसईसीएल कर्मियों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर आवाज बुलंद की। एसईसीएल कुसमुंडा एरिया के संयुक्त सलाहकार समिति में शामिल सदस्यों में इंटक से आरसी मिश्रा, एके अंसारी, एचएमएस से मिलन कुमार पांडे, बृजलाल, एटक से एएस राव, राज ललन पांडे, सीटू से सर जी थॉमस जॉन, बीएमएस से अमिय मिश्रा, बीके चंद्रा प्रदर्शन में शामिल हुए।

इनका कहना है कि डीजल चोरों के कैम्पर वाहन से खदान में घुसते हैं। इस दौरान ड्यूटी पर कार्यरत कर्मचारियों पर वाहन से कुचलकर आगे निकलने का प्रयास करने से भी नहीं चूकते। पथराव करते हुए मारपीट की घटना को भी अंजाम देते हैं। एसईसीएल कर्मचारी डर के साए में काम करने मजबूर हैं। श्रमिक नेताओं के प्रदर्शन की सूचना पर कुसमुंडा थाना से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एसईसीएल कुसमुंडा के क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक एसके मल्लिक ने प्रदर्शनकारियों को समझाईश दी। इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ।

चेकपोस्ट बनाने अवैध रास्तों को कराया था बंद
एसईसीएल की खुली खदानों से बढ़ती डीजल चोरों की घटनाओं पर अंकुश लगाने खदान के मुहाने पर चेकपोस्ट बनाया था। खदान के उन अवैध रास्तों पर गड्‌ढा कराकर बंद कराया था जहां से डीजल चोर गिरोह के सदस्य खदान के भीतर घुसते थे। बावजूद इसके खदानों से डीजल चोरी की घटनाओं पर रोक नहीं लगा पाने से संयुक्त श्रमिक संगठन के नेताओं का आक्रोश सामने आया।

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