वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने वाली पहली महिला लोको पायलेट बनीं सुरेखा यादव

बना चुकी हैं कई रिकॉर्ड

नई दिल्ली। एशिया की पहली लोको पायलेट सुरेखा यादव के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। अब वे सेमी-हाई स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का संचालन करने वाली पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं। सोमवार को उन्होंने सोलापुर स्टेशन और मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन का संचालन किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सुरेखा यादव को बधाई दी और कहा कि नारी शक्ति द्वारा संचालित यानी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अब महिला पायलट की अगुवाई में रेल की पटरियों पर दौड़ रही है।

वहीं भारतीय रेलवे ने भी सेमी-हाई स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का संचालन करने वाली पहली महिला लोको पायलट का वीडियो जारी कर इस बात की जानकारी दी। रेलवे ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा- “भारतीय रेल ने कायम की नारी सशक्तिकरण की मिसाल! CSMT, मुंबई – सोलापुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाकर सुरेखा यादव बनीं वंदे भारत ट्रेन चलाने वाली देश की पहली महिला लोको पायलट।”

बता दें कि सुरेखा यादव साल 1988 में देश की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर यानि लोको पायलट बनीं। इस कामयाबी के लिए उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से सम्मानित किया चुका है। सुरेखा के नाम एशिया की पहली महिला रेल ड्राइवर यानी महिला लोको पायलट होने की उपलब्धि है। अब वह देश की सबसे तेज रफ्तार दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की भी पहली महिला लोको पायलट बन गईं हैं। सुरेखा यादव की उपलब्धि पूरे समाज की नारी शक्ति को प्रेरित करती है।

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