घुमंतू बच्चों के विशेष चिन्हांकन के लिए रेस्क्यू अभियान 31 तक

बलौदाबाजार । जिले में स्ट्रीट चिल्ड्रन, बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के रेस्क्यू एवं पुर्नवास के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी एलआर कच्छप ने बताया कि इस अभियान के तहत ऐसे बच्चे जो बिना किसी सहारे सड़कों पर रहते है और रात में निकट के झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले अपने परिवारों के पास वापस आ जाते हैं। ऐसे श्रेणी के बच्चे अपनी उत्तर जीविका भोजन, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार संघर्षो एवं चुनौतियों का सामना करते हैं। उन बच्चों का चिन्हांकन कर उनका संरक्षण प्रदान करने शिक्षा एवं अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने उनके परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनके प्रशिक्षण एवं उनके रोजगार की व्यवस्था के लिए विभिन्न विभाग के समन्वय से कार्य योजना अनुसार 1 मार्च से 31 मार्च तक अभियान चलाया जा रहा है।

अभियान अंतर्गत सड़क में रहने, अपशिष्ट संग्राहक, बाल भिक्षावृति, भटके हुए बच्चों के चिन्हांकन के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। रेस्क्यू टीम द्वारा जिले में सतत रूप से निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि कोई भी ऐसे बच्चों का चिन्हांकन होने की दशा पर तत्काल उस पर पुर्नवास की प्रक्रिया किया जाए।

सड़क में रहने वाले बच्चो के रेस्क्यू हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई, श्रम विभाग एवं चाईल्ड लाईन के संयुक्त टीम द्वारा जिले के सभी विकासखण्डों में सर्वेक्षण का काम करेंगे एवं पंचायत स्तर पर भी सर्वेक्षण का कार्य किया जायेगा। जिससे जिले में किसी भी स्थिति में ऐसे बच्चों के चिन्हांकन होने पर तत्काल कार्यवाही कर बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए बालक कल्याण समिति को प्रस्तुत कर, पुर्नवास की कार्यवाही एवं शिक्षा से जोडने का कार्य भी किया जायेगा।

इस अवसर पर संरक्षण अधिकारी दीपक राय,परामर्शदाता संतोष कोसले,सामाजिक कार्यकर्ता शाहनावाज,टुकेश्वर जगत,आउटरिच कार्यकर्ता विवेक आनंद वैष्णव, अर्चना वैष्णव,चाईल्ड लाईन से गिलिश चतुर्वेदी,सुमेन्द्र साहू,जितेन्द्र भारती ने बच्चों के चिन्हांकन को लेकर भाटापारा स्थित रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड एवं बाजारों का निरीक्षण किया।