रविवि में प्रश्नोरत्तेरी प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

रायपुर। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वीयन मंत्रालय, भारत सरकार, रायपुर एवं पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के सहयोग से 14 मार्च को स्थानीय स्तर पर विश्वविद्यालयीन छात्रों के लिए सांख्यिकी जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत सभागार, काला भवन, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रोशन लाल साहू, उप महानिदेशक, राष्ट्री य सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वखयन मंत्रालय, भारत सरकार, रायपुर ने की ।

कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा एवं राष्ट्री य सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्व्यन मंत्रालय, भारत सरकार, रायपुर के उप महानिदेशक श्री रोशन लाल साहू द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर अर्थशास्त्र अध्ययन शाखा के विभागाध्यक्ष प्रो. रविंद्र ब्रम्हे भी उपस्थित थे। 

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए राष्ट्री्य सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), रायपुर के सहायक निदेशक श्री जॉर्ज मिंज ने विद्यार्थियों को सांख्यिकी के क्षेत्र में उपलब्ध कैरियर संभावनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सांख्यिकी के क्षेत्र उपलब्ध विभिन्न अवसरों एवं कैरियर की संभावना को ध्यान में रखते हुए छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग, प्रो. रविंद्र ब्रम्हे ने कहा कि सांख्यिकी संबंधी जागरूकता सबके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि आंकड़े के बिना कोई भी कार्य सुचारू  रूप से करना संभव नहीं हो पाता है। उन्होनें कहा कि प्रत्येक आदमी को भी डाटा की समझ होनी चाहिए क्योंकि डाटा(आंकड़े) पर ही पूरे देश की कार्ययोजना निर्भर करती है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्री य सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), रायपुर के उप महानिदेशक श्री रोशन लाल साहू ने कहा कि राष्ट्री य सांख्यिकीय कार्यालय सन 1950 से विभिन्न सर्वेक्षण के माध्यम से देश के विकास हेतु विभिन्न योजनाओं एवं आर्थिक नीतियों के निर्धारण हेतु महत्वपूर आंकड़े संग्रहित कर रहा है। उन्होनें कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद के निर्धारन के लिए कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में विभिन्न सर्वेक्षणों के माध्यम से आंकड़े एकत्र किए जाते हैं। साथ ही श्रम एवं रोजगार की वर्तमान स्थिति जानने के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के माध्यम से त्रैमासिक आंकड़े संग्रहीत किए जाते हैं जिसमें वर्तमान में श्रम बल भागीदारी, कार्यशील जनसंख्या एवं बेरोजगारी दर जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आंकड़े संग्रहीत किए जा रहे हैं जिनके द्वारा प्राप्त आंकड़ों के आधार पर इन क्षेत्रों में सुधार हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रयास किए जाते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा ने कहा कि वर्तमान दौर सूचनाओं का दौर है। सूचनाओं के अभाव में हम किसी भी कार्य को प्रभावी ढंग से करने में असमर्थ हो सकते हैं। आंकड़ों के अभाव में कोई भी नीति निर्धारक योजनाओं का निर्माण नहीं कर सकता है।

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय देश एवं प्रदेश की आर्थिक एवं सामाजिक परिस्थितियों का आकलन कर नीति निर्माण हेतु आवश्यक आंकड़े एकत्रित करने का कार्य करता है। उन्होनें कहा कि इस महत्वपूर्ण संस्था द्वारा हमारे विद्यार्थियों के लिए किया गया आयोजन लाभदायक एवं प्रेरणादायक होगा। उन्होनें विद्यार्थियों से कहा कि राष्‍ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के अनुभवी अधिकारियों के ज्ञान का अधिक से अधिक लाभ लें एवं अपने लिए रोजगार की संभावनाओं से संबन्धित जानकारी प्राप्त करें। उन्होनें राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को लाभान्वित एवं विभागीय कार्यों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रसन्नता व्यक्त की । 

उल्लेखनीय है कि राष्ट्री य सांख्यिकीय कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग),  सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्व यन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पर छात्रों के मध्य सांख्यिकी से संबंधित जागरूकता बढ़ाने एवं नीति निर्माण एवं योजनाओं में सांख्यिकी के महत्व को रेखांकित करने के  उद्देश्य से विश्वविद्यालयीन छात्रों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित  की गई। इस प्रतियोगिता में  पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी विभाग के विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।