एच3एन2 वायरस से 58 साल की महिला की मौत

दिल्ली । एच3एन2 वायरस  का खतरा भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है। हरियाणा और कर्नाटक के अब ये वायरस धीरे-धीरे सभी राज्यों में फैलता जा रहा है। एच3एन2 वायरस की चपेट में आकर आज भारत में तीसरे मरीज की मौत हो चुकी है।

गुजरात के वडोदरा में 58 साल की महिला एच3एन2 वायरस का शिकार हो कर दम तोड़ दिया है। सैंपल जांच के लिए पुणे लैब भेजे जाएंगे। यह वायरस स्वाइन फ्लू का म्यूटेटेड वायरस बताया जा रहा है। एच3एन2 से हरियाणा और कर्नाटक में भी दो मरीजों की मौत हो चुकी है।

आपको बताएं कि, पिछले कुछ महीनों में देश में फ्लू के मामले अचानक से बढ़ गए हैं अधिकांश संक्रमण H3N2 वायरस के कारण हो रहा है , जिसे “हांगकांग फ्लू” के रूप में भी जाना जाता है. यह वायरस देश में अन्य इन्फ्लुएंजा उपप्रकारों की तुलना में अधिक अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन रहा है.

इस वायरस के लक्षणों में लगातार खांसी, बुखार, ठंड लगना, सांस फूलना और घरघराहट शामिल हैं, साथ ही मरीजों ने मतली, गले में खराश, शरीर में दर्द और दस्त की भी शिकायत देखने को मिल रहा है. आपको बताएं कि, ये लक्षण लगभग एक सप्ताह तक बने रह सकते हैं.

कोविड जैसे नियमो के पालन से ही इस वायरस से बचा जा सकता है। इन्फ्लूएंजा से बचने के लिए भी मास्क काफी जरूरी है. ये वायरस भी रेस्पिरेटरी इंफेक्शन है जो एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.

मास्क लगाने से इससे बचाव हो सकेगा. साथ ही छोटे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को अगले कुछ सप्ताह तक अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा. अगर इन लोगों को खांसी-जुकाम या हल्के बुखार की शिकायत है तो डॉक्टर से मिलना चाहिए.

अगर दो या दिन में लक्षण ठीक हो रहे हैं तो ये अच्छा संकेत है, लेकिन इससे ज्यादा दिनों तक लक्षणों का बने रहना खतरा हो सकता है. ऐसे में सेहत का विशेष ध्यान रखना है.