‘ट्रेन के टॉयलेट में पानी नहीं, सीट पर रोक कर बैठा हूं’… शख्स की शिकायत पर रेलवे ने तुरंत किया ये काम, पढ़ें इस ट्वीट पर यूजर्स के मजेदार कमेंट्स

नई दिल्ली। सोशल मीडिया के जरिए रेलवे से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी खुद की हंसी पर काबू नहीं कर पाएंगे। दरअसल, अरुण नाम के एक शख्स ने ट्वीट के जरिए ट्रेन से सफर के दौरान ऐसी शिकायत की कि उनका ट्वीट वायरल हो गया. यूजर्स उनकी शिकायत पर मजे लेने लगे. लोग रेलवे ही नहीं WHO और UN तक में उनकी कंप्लेंट ले जाने की बात करने लगे. तो आइए जानते हैं पूरा मामला…

दरअसल, मामले की शुरुआत हुई ट्विटर यूजर अरुण (@ArunAru77446229) एक शिकायती ट्वीट से, जिसमें उन्होंने ट्रेन के टॉयलेट में पानी नहीं आने की कंप्लेंट की. उन्होंने कहा कि टॉयलेट में पानी नहीं आ रहा. सीट पर रोक कर बैठा हूं. क्या करूं.

अरुण के इस ट्वीट पर रेलवे सेवा (Railway Seva) ने रिप्लाई करते हुए यात्रा का विवरण मांगा, ताकि शिकायत का समाधान किया जा सके. जिसके बाद अरुण ने एक और ट्वीट कर इंडियन रेलवे को धन्यवाद कहा.

अरुण ने अपने ट्वीट में लिखा- पद्मावत एक्सप्रेस (14207) में सफर कर रहा. टॉयलेट गया तो वहां पानी ही नहीं आ रहा. अब मैं क्या करूं. वापस आ गया और सीट पर रोक कर बैठा हूं. ट्रेन भी 2 घंटे लेट चल रही है.

इस पर रेलवे सेवा ने रिप्लाई दिया- असुविधा के लिए खेद है. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया यात्रा विवरण (पीएनआर/यूटीएस नंबर) और मोबाइल नंबर वैकल्पिक रूप से DM के माध्यम से हमारे साथ साझा करें.

देखते ही देखते अरुण का ये शिकायती ट्वीट वायरल हो गया. सैकड़ों लोगों ने उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है. भले ही ट्विटर पर अरुण के मात्र 19 फॉलोअर्स हैं लेकिन उनके इस ट्वीट को ढाई लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. कई यूजर्स ने उन्हें सेल्फ मेड सेलिब्रेटी बताया है.

एक यूजर ने लिखा- अरुण की शिकायत जायज है. दूसरे ने कहा- दूसरे कोच में चले जाते भाई. वहीं, तीसरे ने लिखा- इसे WHO के सामने उठाओ. जबकि एक और यूजर ने लिखा- नहीं, इसे UN में ले जाओ. एक अन्य यूजर ने कहा- रेलवे इस ओर जल्दी से ध्यान दे नहीं तो गड़बड़ हो सकती है ट्रेन में.

अमृता लिखती हैं- संकट का समय है अरुण जी के लिए, मैं उनके धैर्य की दाद देती हूं. किशन ने कहा- चेहरे पर परेशानी साफ झलक रही है अरुण जी के. वकील साहब लिखते हैं- इतनी इमरजेंसी थी तो किसी पड़ोसी से पानी मांग के काम पूरा कर लेते. वहीं, कृ