ASI हत्याकांड:पुलिस की रडाॅर में बाबापारा के ग्रामीण, 12 संदेही हिरासत में

कोरबा,12 मार्च। बांगाे थाना के समीप पुलिस बैरक में हुए एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या के मामले में 36 घंटे बाद भी ठाेस सुराग नहीं मिला है। दूसरी ओर मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। एएसआई हत्याकांड के प्रारंभिक जांच-पड़ताल के साथ ही समीपस्थ बाबा पारा पुलिस के रडाॅर में है, जहां से पहले दिन 5 संदेही और दूसरे दिन शनिवार काे 7 संदेही काे पूछताछ के लिए उठाया गया। उनके अलावा आसपास क्षेत्र से अन्य संदेहियाें काे पकड़ा गया। सूत्राें के मुताबिक अब तक के पूछताछ में काेई खास जानकारी नहीं मिली है।

पुलिस ने संदेहियाें काे हिरासत में रखा है। दूसरी ओर बाबा पारा में निगरानी रखने के साथ ही वहां के लाेगाें काे मामले की विवेचना तक गांव छाेड़कर बाहर जाने की मनाही की गई है। बताया जाता है कि हाेली के पूर्व बिना अनुमति बाजा बजाने की सूचना पर बाबा पारा से एएसआई परिहार बाजा उठाकर थाना से आए थे, जहां उनके साथ झड़प भी हुई थी, इसलिए पुलिस उक्त घटना के आधार पर बाबा पारा के लाेगाें काे संदेही मान रही है। मामले में अंदर घुसकर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।

बैरक के आसपास सीसीटीवी नहीं
बांगाे थाना में सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन पास बने पुलिस बैरक में नहीं। ना ही आसपास क्षेत्र में सीसीटीवी लगा है, जिससे पुलिस की जांच-पड़ताल में मदद मिलती, इसलिए अब पुलिस जांच-पड़ताल में टेक्निकल एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है। संदेहियाें से कड़ाई के साथ ही मनाेवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की जा रही है।

काेंडागांव-अंबिकापुर कनेक्शन पर जांच
पुलिस सूत्राें के मुताबिक करीब 2 माह पहले काेंडागांव के कुछ युवकाें के खिलाफ एएसआई परिहार ने कार्रवाई की थी। उक्त लाेगाें ने खुद काे कांग्रेस से जुड़ा बताते हुए फाेन पर बात कराने की काेशिश की थी। एएसआई परिहार ने बात नहीं सुनी और कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज दिया था। युवकाें का काेंडागांव और अंबिकापुर कनेक्शन हाेने के कारण पुलिस उनके बारे में भी जांच कर रही है, क्याेंकि काेंडागांव नक्सल प्रभावित है। जिस दुस्साहसिक तरीके से बैरक का दरवाजा तोड़ने के बाद फरसा मारकर एएसआई परिहार की हत्या की गई, ऐसा हमला आमतौर पर नक्सलियाें द्वारा किया जाता है।

गृहग्राम में शाम काे हुआ अंतिम संस्कार
मृतक एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार के शव काे शुक्रवार काे पाेस्टमार्टम के बाद दाेपहर में एंबुलेंस से गृहग्राम गुधरीपाठ (काेटा) भेजा गया, जहां शाम करीब 4.30 बजे शव पहुंचने पर गमगीन परिजन ने अंतिम दर्शन किया। इसके बाद विधि-विधान से गांव के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

दूसरे के धाेखे में परिहार की गई जान
एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार के व्यवहारिक हाेने और नशा नहीं करने के कारण बांगाे थाना के स्टाफ समेत पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि दूसरे पुलिस कर्मी के धाेखे में उनकी जान गई है। पुलिस उक्त बिंदू के आधार पर भी जांच कर रही है, लेकिन अब तक काेई जानकारी नहीं मिली है।

साइबर सेल की टीम खंगाल रही डिटेल
“हत्याकांड के जांच में साइबर सेल की टीम भी लगी है, जाे एएसआई परिहार समेत अन्य स्टाफ के काॅल डिटेल के साथ ही क्षेत्र में घटना के रात के काॅल डंप काे खंगाल रही है। वहीं एक टीम बांगाे हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज काे खंगालते हुए आने-जाने वाले लाेगाें और वाहन की जानकारी जुटा रही है।”

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]