शहर के छोटे-बड़े बाजारों में बिखरी होली की रौनक

भिलाई ,07 मार्च   होली के त्योहार में अब एक दिन शेष रह गया है। ऐसे में भिलाई-दुर्ग के बड़े और छोटे बाजारों में होली का रंग चढने लगा है। गुलाल-अबीर की खुशबू लोगों को अपनी ओर खींच रही है। बाजारों में खान-पान, रंग व कपड़ों की दुकानें सज गई हैं। शहर के प्रमुख बाजारों में को खरीददारों से रौनक देखते बन रही है। पारम्परिक पकवान सहित सूखे मेवे और गिफ्ट पैक की लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। इससे एक बार फिर व्यापारियों के चेहरों की मुस्कान लौटती दिखी।

बाजार में खरीदारी की बढ़ रही चहल.पहल से अब दुकानों में भी रौनक बढ़ रही है। बाजारों में तरह-तरह की पिचकारी लौट आई है। इस बार टैंकए बंदूक व कलम वाली पिचकारी सबसे अधिक लोगों को लुभा रही है। इसके अलावा बच्चों के बीच कार्टून पात्र स्पाइडरमैन व छोटा भीम की पिचकारी की आकर्षण का केंद्र बन रही है। सुपेला, पावरहाउस, खुर्सीपार, भिलाई टाउनशिप सहित भिलाई.3 और चरोदा के बाजार में खरीदारी करने के लिए लोग सपरिवार पहुंच रहे हैं। बाजारों के साथ फूटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों के चेहरे पर भी खरीदारों को देख खुशी का रंग चढ़ता दिख रहा है। व्यापारियों के मुताबिक कोरोना का आंशिक असर रहने से पिछले बार की होली में भी लोगों में पारम्परिक उत्साह कम देखा गया। लेकिन इस बार कोरोना से राहत के चलते दुकानदारी अच्छी होने के उम्मीद है। लोग हर्बल रंग अधिक मांग कर रहे हैं। दुकानों में हरा, लाल, गुलाबी, पीला समेत विभिन्न तरह के रंग उपलब्ध हैं।

बाजार में स्प्रे व सिलेंडर वाले रंग लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। इनकी कीमत 150 से 400 रुपये है। दुकानदारों ने बताया कि रंग के हिसाब से कीमत है। थोक में गुलाल 60 रुपये व खुदरा में 100 रुपये किलो है। वहीं, टैंक वाली पिचकारी की कीमत 300 रुपये से शुरू है। बाजारों में दोस्त, रिश्तेदारों को होली का उपहार देने के अलग-अलग तरह के गिफ्ट पैक मौजूद हैं। इनमें पिचकारी से लेकर तरह-तरह के रंग, गुब्बारे, स्प्रे, गुलाल व मिठाई भी है। इनकी कीमत 400 से 1500 रुपये तक है। इन्हें भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं। होली की टोपियां और तरह . तरह के फैंसी ड्रेस धूम मचा रही है। वहीं मुखौटे भी लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। बाजार में रंग.बिरंगे टोपी 20 से लेकर 300 रुपये में बिक रही हैं। मुखौटे 80 रुपये से शुरू हैं।

चौक-चौराहों पर बिक रहे नगाड़े

भिलाई-दुर्ग के प्रमुख बाजार और चौक चौराहों पर नगाड़ों की खरीदी. बिक्री शुरू हो गई है। कोरोना से पूरी तरह राहत के बाद बड़ी संख्या में लोग नगाड़े बेचने गांव से शहर आए हुए हैं। भिलाई के पावरहाउस चौक, सुपेला चौक सहित भिलाई-3 के सिरसा चौक पर नगाड़ा बेचा जा रहा। होली के अवसर पर नगाड़ों की थाप पर फाग गीत गाने की परम्परा रही है। बच्चों के लिए भी लोग छोटे-छोटे नगाड़े खरीद रहे हैं। जबकि फाग गीत मंडलियों के द्वारा बड़े साइज के नगाड़े खरीदने को प्राथमिकता दी जा रही है। वैसे इस बार महंगाई का असर नगाड़ों पर भी साफ नजर आ रहा है।