पंजाब में होला मोहल्ला से पहले केंद्र ने तैनात की फोर्स

पंजाब ,04 मार्च । गृह मंत्रालय अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 50 कंपनियों को पंजाब भेजने जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में पंजाब में जिस तरह की कानून-व्यवस्था देखने को मिली है उसने राज्य की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कयास ये भी लगाया जा रहा है पंजाब में कुछ बड़ा होने वाला है। सशस्त्र पुलिस बलों की इन कंपनियों की ‘होला मोहल्ला’ से पहले तैनाती कर दी जाएगी।

सशस्त्र पुलिस बल की एक कंपनी में 120 के आसपास सुरक्षाकर्मी होते हैं। सरकार की ओर से भेजी जा रही केंद्रीय बल की ये कंपनियां 6 से 16 मार्च तक पंजाब में रहेंगी। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 50 कंपनियों में CRPF की 10, रैपिड एक्शन फोर्स की 8, सीमा सुरक्षा बल की 12, भारत तिब्बत सीमा पुलिस की 10 और सशस्त्र सीमा बल की 10 कंपनियों को भेजने की तैयारी चल रही है।

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भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने 23 फरवरी को अजनाला में और 8 फरवरी को मोहाली में कुछ कट्टरपंथियों और पुलिस के साथ हुई हिंसा के बाद 28 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी। चिट्ठी में मान सरकार ने केंद्रीय बलों की 120 कंपनियों को पंजाब भेजने का अनुरोध किया था। गुरुवार को सीएम मान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात भी की।

23 फरवरी को पंजाब की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई। तस्वीर में कट्टरपंथी सिख संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह हथियार से लैस अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ अजनाला पुलिस स्टेशन में घुस गया था और जमकर हंगामा मचाया था। समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच हुए संघर्ष में कुछ लोग घायल भी हुए थे। इस घटनाक्रम के बाद से ही पंजाब की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे। सिखों के लिए होला मोहल्ला एक अहम पर्व होता है। होला मोहल्ला पर्व होली पौरुष के प्रतीक पर्व के रूप में मनाया जाता है। सिखों के दसवें गुरु  गोविंद सिंह ने होली के लिए होला मोहल्ला शब्द का प्रयोग किया था। समाज में भाईचारे और वीरता के लिए इसकी शुरुआत की गई थी। होली के ठीक बाद इस पर्व की शुरुआत हो जाती है।