कलेक्टर ने भोरमदेव महोत्सव स्थल का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश

कवर्धा ,02 मार्च  भोरमदेव महोत्सव 2023 का आयोजन इस साल 19 और 20 मार्च को किया जाएगा। यह 27वां भोरमदेव महोत्सव होगा। छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक, पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व के स्थल भोरमदेव मंदिर की ख्याति को बढ़ाने प्रति वर्ष महोत्सव का आयोजन किया जाता है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने भोरमदेव महोत्सव के प्रांरभिक तैयारियों को ध्यान में रखते हुए भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से भोरमदेव महोत्सव स्थल का अवलोकन किया। इस दौरान क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा, निज सहायक किर्तन शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित ट्रस्ट के सदस्य एवं जिला स्तरीय अधिकारी, एसडीएस सहित अधिकारी उपस्थित थे।

अवलोकन के बाद कलेक्टर ने भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों साझा बैठक कर महोत्सव के आयोजन की रूप रेखा के संबंध में प्रांरभिक चर्चा की। भोरमदेव मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि इस बार पंचाग के अनुसार भोरमदेव महोत्सव की तिथि 19 और 20 मार्च को निकल रही है। नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने बैठक में भोरमदेव महोत्सव की ख्याति को देश दुनिया तक बढ़ाने के लिए प्रभावी सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति और परम्पराओं पर आधारित लोक कलाकारों को मंच देने का भी सुझाव दिए। कलेक्टर ने आयोजन की तैयारी की प्रारंभिक चर्चा की। पूर्व महोत्सव की तैयारी के लिए विभाग वार दिए गए दायित्वों की भी जानकारी ली। उसी आधार पर इस वर्ष भी आयोजन की प्रारंभिक तैयारी करने के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने भोरमदेव मंदिर स्थल, महोत्सव स्थल, प्राचीन सरोवर, भोरमदेव मेला स्थल,पार्किंग स्थल का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह ने महोत्सव स्थल, मेला स्थल, पार्किंग स्थल सहित कालाकारों के लिए सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य विषयों पर भी आवश्यक चर्चा कर जानकारियां दी। आयोजन स्थल में आवश्यक तैयारियों के लिए पुलिस विभाग, जिला पंचायत, वन विभाग, एसडीएम कवर्धा, बोडला, लोक निर्माण, खाद्य विभाग तहसीलदार, विद्युत विभाग, पीएचई, जनपद पंचायत, सहित अन्य विभागों और कवर्धा से लेकर चौरा ग्राम पंचायत तक सभी ग्राम पंचायत एवं ग्रामों के लिए जिम्मेदारी दी गई है।