KORBA : महिला आरक्षक की तत्परता से बची, जहर पीड़िता की जान….

कोरबा26 फरवरी । कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिनमें मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी हतप्रभ रह जाते हैं और त्वरित राहत में विलंब हो जाता है। जब मौके पर एंबुलेंस ना हो,डायल 112 वाहन किसी दूसरे इवेंट पर गया हो और आम जनता तमाशबीन बनी हो, तब ऐसे कठिन वक्त में महिला आरक्षक रेहाना फातिमा ने बड़ी ही संयम और तत्परता का परिचय दिया। बीच सड़क पर जहर सेवन करने वाली संभ्रांत परिवार की एक महिला को महिला आरक्षक ने बमुश्किल 15 मिनट के भीतर शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचाया और समय पर उपचार मिल जाने से जहर पीड़िता की जान बच गई। रेहाना ने महिला द्वारा जहर सेवन किए गए शीशी को भी बरामद किया जो कि इस मामले में अहम साक्ष्य भी है।

दरअसल शनिवार को सुबह लगभग 11 बजे कोतवाली के पीछे अग्रोहा मार्ग निवासी सुनीता 55 वर्ष अग्रसेन चौक के निकट संचालित कोरबा मिल स्टोर के सामने पहुंची। उसने एकाएक एक शीशी को मुंह से लगाया और कुछ पी लिया। इसके कुछ देर बाद उसकी तबियत असामान्य होने लगी। एक युवक दौड़कर कोतवाली पहुंचा।कोतवाली से महिला आरक्षक रेहाना फातिमा तत्काल मौके पर पहुंची और महिला द्वारा फेंके गए शीशी को बरामद किया। इस बीच महिला ने उल्टी करना शुरू कर दिया औऱ बेहोश हो गयी। रेहाना ने तत्काल मदद के लिए एक ऑटो चालक से आग्रह किया और सुनीता को तत्काल जिला चिकित्सालय पहुंचाया। सूचना मिलने के महज 15 मिनट के भीतर रेहाना की तत्परता ने पीड़िता को समय पर उपचार दिलाया। अब सुनीता की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। रेहाना ने सुनीता के बारे में वे उसके परिजन का पता लगाकर उन्हें भी अवगत कराया। सुनीता ने किन कारणों से यह कदम उठाया, इसकी पड़ताल की जा रही है। जिला चिकित्सालय चौकी प्रभारी एएसआई श्री जनार्दन के द्वारा आवश्यक जानकारी ली गई है।