बैकुण्ठपुर ,22 फरवरी । मंथन कक्ष में जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती नम्रता जैन ने पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग की समस्त योजनाओं की प्रगति पर समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा -निर्देश दिए। जिला पंचायत सीइओ ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को महात्मा गांधी नरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में संधारित की जाने वाली सात पंजियों के अद्यतनीकरण के लिए एक सप्ताह की समय सीमा देते हुए कहा कि अगले सप्ताह से औचक भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत कार्यालय के सभी रिकार्ड अद्यतन ना रखने वाले ग्राम रोजगार सहायकों और ग्राम पंचायत सचिवों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
अमृत सरोवरो के प्रगति की जनपदवार जानकारी लेते हुए उन्होने कहा कि किसी भी स्तर पर कार्यों में दोहराव की स्थिति ना हो यह सभी कार्यक्रम अधिकारी सुनिश्चित करें अन्यथा कमी पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। अमृत सरोवर के साथ ही नरवा मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी नरवा के कच्चे स्वीकृत कार्यों को समय-सीमा में पूरा कराने के निर्देश दिए। प्रत्येक जनपद पंचायत में दो आदर्श नरवा को तैयार करने के निर्देश देते हुए जिला पंचायत सीइओ ने कहा कि रिज टू वैली संकल्पना के आधार पर इसे पूरा कराएं तथा आवश्यकता के अनुसार स्वीकृत प्राप्त करने हेतु कार्यों के तकनीकी प्राक्कलन प्रस्तावित करें।
प्रधानमंत्री आवास योजना के प्राथमिक वरीयता सूची में दर्ज सभी पात्र हितग्राहियों के पंजीयन कार्य दो दिवस में पूरा कराते हुए राशि प्राप्त हितग्राहियों के निर्माणाधीन आवास की प्रगति के लिए निरंतर मैदानी स्तर पर भ्रमण के निर्देश भी दिए। जिला पंचायत सीइओ ने कहा कि तय समय में हितग्राहियों का ऑनलाइन पंजीयन कार्य पूरा ना होने पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार होंगे। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण और उनके पात्र हितग्राहियों को समय पर प्रोत्साहन अनुदान देने की धीमी प्रगति पर ब्लॉक समन्वयकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। लक्ष्य के अनुरूप कार्य ना करने वाले समन्वयकों के आगामी आदेश तक वेतन रोकने के निर्देश भी दिए।
यह भी पढ़े :-ग्रामीणों की शिकायत पर लापरवाही बरतने वाले पंचायत सचिव पर हुई कार्यवाही
गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए जिला सीइओ ने वर्मी कम्पोस्ट का उठाव आगामी एक माह में पूरा कराने के निर्देश सहायक पंजीयक को देते हुए कहा कि सबसे पहले भरतपुर जनपद पंचायत के गौठानों में बनकर तैयार वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कराकर समितियों में भण्डारण कराएं। गोमूत्र से बनने वाले उत्पादों को एक सप्ताह मे विक्रय कराने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि खाद व अन्य उत्पाद बनाने वाली महिलाओं को उनके मेहनत का मूल्य जल्द मिले इसके लिए उत्पाद के बनने से बिकने तक प्रत्येक स्तर संबंधित कर्मचारी पूरी सजगता से कार्य करें।
गोठानों के स्वावलंबन की अद्यतन स्थिति अनुसार ऑनलाइन एंट्री कराने के निर्देश देते हुए पंद्रहवें वित्त की राशि के निर्धारित मदवार खर्च की समीक्षा करते हुए उसके सही ऑनलाइन एंट्री कराए जाने के लिए उप संचालक पंचायत को निर्देश देते हुए सभी ग्राम पंचायतों के आडिट कार्यों में तेजी लाने के निर्देष दिए। इस समीक्षा बैठक में सभी जनपद सीइओ, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, वन विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, महात्मा गांधी नरेगा सहित अन्य योजनाओं के सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
[metaslider id="347522"]