रायगढ़, 16 फरवरी (वेदांत समाचार)। शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा के तत्वाधान में बीते दिवस नशा मुक्ति जन-जागरूकता रैली निकाली गई। महाविद्यालय प्रबंधन के साथ छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीणों ने भी रैली में अपनी भागीदारी निभायी।
महाविद्यालय के प्राचार्य रविन्द्र कुमार थवाईत ने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि नशा उस दीमक की तरह है, जो हमारी संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था को दिन प्रतिदिन खोखला कर रहा है। नशा नाश का दूसरा नाम है। उन्होंने छात्र-छात्राओं व उपस्थित ग्रामवासियों नशे से दूर रहने की अपील की।
एनएसएस प्रभारी सहायक प्राध्यापक श्री सुरेन्द्र पाल दर्शन ने बताया कि अगर हमारा शरीर स्वस्थ है तो दिमाग भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि हालात ऐसे हैं कि गांव में युवा से लेकर बुजुर्ग नशे के शिकार हैं। नशे के कारण लोगों में कैंसर, गले की बीमारी, दमा, फेफड़ों आदि की बीमारी घर कर रही है। रैली के दौरान विद्यार्थियों के हाथों मे जन जन की यही पुकार-नशा मुक्त हो हर परिवार, साक्षरता हम फैलाएंगे-नशे को जड़ से मिटायेंगे आदि स्लोगन लिखी पट्टिकाओ व नारों के साथ गांव का भ्रमण किया गया। एनएसएस कार्यक्रम के बैनर तले हुए इस नशा मुक्ति जन-जागरूकता अभियान को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक वासुदेव पटेल, योगेन्द्र कुमार राठिया, डॉ.ज्ञानमणी एक्का, अतिथि व्याख्याता राहुल राठौर, रितेश राठौर, राम नारायण जांगड़े, सुश्री प्राची पटेल एवं हेड क्लर्क पीएल अनन्त, प्रायोगशाला तकनीशयन पी.एस.सिदार, एलआर लास्कर व श्रीमती रानू चंद्रा, रोशन राठिया, मोहन सारथी, महेश सिंह सिदार का विशेष योगदान रहा।
परिवार पर भी पड़ता है बुरा असर
सहायक प्राध्यापक श्री पटेल ने नशेडिय़ों को जागरूक करते हुए कहा कि जो लोग हमेशा नशापान करते हैं, उन लोगों की जिंदगी दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। ऐसे में अपनी जिंदगी नशे में खोने वाले लोग यह नहीं भूलें कि वे अपना जीवन तो खतरे में डाल ही रहे हैं और अपनी जिंदगी के साथ-साथ परिवार की जिंदगी भी धीरे-धीरे खत्म करते जा रहे हैं।
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