रायपुर,15 फरवरी । सेवाकार्य युवावस्था में ही करना चाहिए। बुढ़ापे या प्रौढ़वस्था का इंतज़ार नही करना चाहिए। कल किसने देखा है, अगले पल क्या होगा कोई बता नही सकता। इसलिए अच्छे कार्य, सेवा, धार्मिक कार्य जब मन हो तब ही कर लेना चाहिए। उक्त उदगार नेमीचंद सोनी ने विनय मित्र मण्डल के स्थायी वर्कशॉप में सपोर्टिंग हैंड्स ने स्व विजय सोनी स्मृति में जयपुर पैर वितरण अवसर पर व्यक्त किए।
समारोह में नेमीचंद सोनी परिवार की सौजन्यता से 19 पैर कटे दिव्यांगों को जयपुर पैर वितरित किए गए। विगत एक सप्ताह से पचपेड़ी नाका महावीर सेवा सदन में ठहरे दिव्यांगों के आवास व भोजन की व्यवस्था संस्था द्वारा निःशुल्क की जा रही है। शिविर में हरीश कोसले खैरागढ़, मैनून बीबी रामानुजगंज, नेमन दास दुर्ग, राम मार्कण्डे गरियाबंद, परमेश्वर भिलाई, मनोज महिलांग कोरबा, पुनीत कोसले बलौदाबाजार, रमेश साहू पाटन, योगेश भुआर्य राजनांदगांव, कुमारी निषाद भाटापारा, रवि ध्रुव राजिम, ज्ञानेश्वर बंजारे खरोरा, दिनेश पटेल कुसमूंदा, अंजनी सोनी रायपुर, केसर पटेल मगरलोड, निलेश्वर पैकरा जशपुर, बाबू मरकाम बलरामपुर, नंद यादव भाटापारा, रंजीत सिंग अम्बिकापुर को सपोर्टिंग हैंड्स के सदस्यों ने जयपुर पैर वितरित किए।
जयपुर पैर वितरण समारोह में विनय मित्र मण्डल के अध्यक्ष महावीर मालू, उपाध्यक्ष राजेश कानुगा, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र कोचर, खेमराज बैद, गौरव कोचर, नेमीचंद सोनी, विवेक सोनी, सी ए विजय गोलछा, नेहल जैन, सौमित्र बाजपेयी, सौरभ बैद, प्रियंक झाबक, मधुर बैद, वसीम आलम, अंकित आहूजा, प्रथम सोनी, पीयूष कोठारी, प्रथम जैन, यश सोनी, मौलिक भंसाली, अजय, संजय, रवि सोनी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सी ए विजय गोलछा ने किया।
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