रायपुर ,04 फरवरी । देश की सबसे बड़ी नगर विकास योजनाओं में से एक कमल विहार में अब सीमित संख्या में ही प्लॉट रह गए हैं। इसमें व्यावसायिक के 5 और आवासीय के 86 प्लॉट विक्रय के लिए उपलब्ध है। योजना में अब काफी संख्या में नए मकानों का निर्माण आवंटितियों द्वारा किया जा रहा है। वहीं विकसित हो चुकी कमल विहार योजना को अब नगर पालिक निगम रायपुर को रखरखाव के लिए सौंपने की कार्रवाई की जा रही है।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू के अनुसार कमल विहार योजना में दो हजार वर्गफुट से कम के 7 और दो हजार से बड़े प्लॉटों की संख्या 79 रह गई है। आवासीय में 832 से 1771 वर्गफुट के 7 प्लाट उपलब्ध हैं। इसकी ऑफसेट दर 1979 रुपए प्रति वर्गफुट है। बड़े आवासीय भूखंडों में 2064 वर्गफुट से 8836 वर्गफुट के 79 प्लॉट उपलब्ध हैं। इसकी निर्धारित ऑफसेट दर 1884 रुपए प्रति वर्गफुट है। वहीं सेक्टर लेबल शॉपिग सेन्टर हेतु 11942 वर्गफुट का एक ही प्लॉट रह गया है। इसकी ऑफसेट दर रुपए 2267 रुपए प्रति वर्गफुट है। वहीं स्कीम लेवल में 11402 वर्गफुट से 13560 वर्गफुट तक के 3 प्लाट रह गए हैं। इसकी ऑफसेट दर रुपए 2707 रखी गई है।
व्यावसायिक मिश्रित में 15244 वर्गफुट का एक प्लॉट विक्रय के लिए उपलब्ध है, जिसकी ऑफसेट दर रुपए 3373 प्रति वर्गफुट रखी गई है। प्राधिकरण द्वारा गत 19 जनवरी को जारी निविदा विज्ञापन के अनुसार पहली निविदा के बाद बचे हुए प्लाटों का हर माह के दूसरे और चौथे शुक्रवार को निविदा से आवंटन किया जाएगा। इसमें ऑफसेट दर से ज्यादा दर देने वाले आवेदकों को ही प्लॉट आवंटित किए जा रहे हैं। प्लॉट लेने के इच्छुक व्यक्ति कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर निविदा के माध्यम से प्लॉट क्रय कर सकते हैं। धर्मेश कुमार साहू ने आगे बताया कि प्राधिकरण ने पिछले साल कुछ बड़ों भूखंडों को छोटा करने के लिए राज्य शासन के पास अभिन्यास संशोधन कर प्रस्ताव भेजा है। इसकी स्वीकृति मिलने पर कुछ और संख्या में भूखंड विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे।
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