KORBA : पराक्रम दिवस पर माडर्न काॅलेज ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को किया नमन

कोरबा,23 जनवरी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में माडर्न काॅलेज आफ मैनेजमेंट एण्ड इन्फोरमेंशन टेक्नोलाॅजी, कोरबा महाविद्यालय में मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅं हाशिम सईद ने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के चित्र पर पुष्प माल्यांपर्ण कर नमन किया तथा नेताजी के जीवन एवं स्वतंत्रता आदोलन में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डाॅं हाशिम सईद ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 में ओडिशा के कटक में हुआ था।बचपन से ही वे पढ़ाई में काफी तेज थे।स्कूल के दिनों से उनका राष्ट्रवादी स्वभाव सबको नजर आता था।

स्कूलिंग के बाद उन्होंने कोलकाता के प्रेसिडेंसी काॅलेज में दाखिला लिया लेकिन उग्रराष्ट्र वादी गतिविधियों के कारण उन्हें निकाल दिया गया।इसके बाद वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज युनिवर्सिटी चले गए। नेताजी ने आजादी की जंग में शामिल होने के लिए भारजीय सिविल सेवा की आरामदेह नौकरी ठुकरा दी।भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में उनकी रैंक 4 थी,लेकिन नेताजी ने अपना शेष जीवन भारत को ब्रिटिश औपनिवेशक शासन से मुक्त कराने में समर्पित करने का फैसला किया। तुम मुझे खूनदो, मैं तुम्हें आजादी दंूगा…..जय हिन्द।चलो दिल्ली जैसे नारों से आजादी की लड़ाई में नई ऊर्जा दी।देश के स्वाधीनता आंदोलन के नायकों में से एक नेताजी की जीवनी, उनके विचार और उनका कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक है।


इस अवसर पर महाविद्यालय में नेताजी सुभाषचंद्रबोस के जीवनी एवं स्वतंत्रता संग्रमा मेंअहम योगदान की डाक्युमेंट्रि फिल्म विद्यार्थियों को दिखायी गयी तथा प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के सफल बनाने में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक जी.एस.सोनी, गजेन्द्र प्रसाद, सहायक प्राध्यापिका शुचिस्मिता मुखर्जी, आंचल मिश्रा, कुलसुम बेगम, सोनिका गुप्ता का विशेष योगदान रहा है।

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