अब बिजली का इंतजार नहीं, सोलर पंप से सींच रहे खेत

कांकेर ,16 जनवरी । छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही सौर सुजला योजना से किसानों को खेती करने में सहूलियत हो रही है। सौर सुजला योजना उन किसानों के लिए कारगर साबित हो रही है, जहां बिजली पोल पहुंचना संभव नहीं है। ऐसे गांव तथा खेतों में अब परंपरागत विद्युत का इंतजार नहीं करना पड़ता है। जिले के सैकड़ों किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा से सोलर पंप लगाकर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं।

नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम निषानहर्रा के किसान सुकोन्तिन शोरी ने बताया कि उनकी खेत पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण विद्युत लाईन पहुंच पाना असंभव था, जिस पर वह सिंचाई सुविधा के अभाव में सिर्फ वर्षा पर आधारित पारंपरिक खेती करते थे। जब उन्हें सौर सुजला योजना के बारे में जानकारी मिली तो अपने जमीन पर तीन हार्स पावर के सोलर पंप स्थापित करवाया। कुछ समय बाद ड्रिप के माध्यम से सिंचाई कर टमाटर, करेला, लौकी जैसे अन्य सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो जाती है।

गौरतलब है कि सौर सुजला योजना के तहत किसानों को तीन हार्स पावर के सोलर पंप क्रमशः 10 हजार रुपये, 15 हजार रुपये और 20 हजार रुपये में दिये जा रहे हैं, शेष राशि शासकीय अनुदान के रूप में सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। योजना का संचालन छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा की जा रही है। 

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