CM ने माता बहादुर कलारिन के नाम से वीरता पुरस्कार देने घोषणा की

बालोद ,15 जनवरी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सिन्हा समाज अत्यंत मेहनतकश समाज है। छत्तीसगढ़ के विकास में इस समाज के लोगों की महत्वपूर्ण भागीदारी है। बघेल रविवार को गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम कलंगपुर में आयोजित प्रांतीय कलार महोत्सव 2023 समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कलार समाज सहित समूचे छत्तीसगढ़ के गौरव माता बहादुर कलारिन की वीरता को अनुपम एवं अद्वितीय बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माता बहादुर कलारिन की अदम्य वीरता पर हम सबको नाज है। बघेल ने माता बहादुर कलारिन के नाम से वीरता पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा भी की। इसके अलावा उन्होंने पूर्व माध्यमिक शाला ग्राम परसही को हाई स्कूल मे उन्नयन, ग्राम सिकोसा में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, ग्राम कलंगपुर में सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपये, सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रुपए और सोलर हाई मास्क लाईट के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा की हमारी सरकार राज्य महुआ बोर्ड गठन हेतु निरंतर प्रयासरत है। इसके लिए  मंंत्रिमंडल में सहमति बनने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राज्य महुआ बोर्डं का अध्यक्ष कलार समाज के व्यक्ति को बनाने की भी जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सदस्य एवं कलार समाज के महिला मंच के प्रांताध्यक्ष किरण सिन्हा ने क़ी । कार्यक्रम में राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह निषाद, विधायक संजारी बालोद संगीता सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा, जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रभा सुधाकर, सिन्हा समाज के प्रांताध्यक्ष दीपक सिन्हा, प्रान्त के संरक्षक भोजराम सिन्हा, युवा मंच के अध्यक्ष गोविंद सिन्हा सहित कलेक्टर कुलदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल कार्यक्रम स्थल में पहुंचने पर सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी, भगवान सहस्र बाहु एवं माता बहादुर कलारिन देवी की तैल चित्र पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रत्येक समाज का रीति-रिवाज, परम्परा एवं संविधान होता है। उन्होंने कलार समाज के प्रमुख पदाधिकारियों को समाज के लोगों के माॅगों पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि समाज की परम्परायें जो वर्तमान में सामयिक एवं उचित नही है। उन्हें समाप्त करने का कार्य भी समाज को ही करना होगा। 

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि मेरे और बालोद जिलेवासियों के बीच अटूट रिश्ता एवं असीम अनुराग है, जिसके फलस्वरूप बहुत ही कम अंतराल में लगातार बालोद जिले में मेरा आगमन हो रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर यह कामना की भगवान श्री सूर्य की तेज की भांति छत्तीसगढ़ में भी तीव्र गति से विकास की किरण फैले।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ के सभी वर्गों के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। बघेल ने राज्य शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में अब तक कुल 97 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। धान खरीदी हेतु अभी 15 दिन शेष रह गया है। उन्होंने धान खरीदी के अंतिम तिथि तक धान खरीदी की कुल मात्रा लगभग 01 करोड़ के आसपास पहुंचने की संभावना व्यक्त की।  

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारे सरकार के द्वारा भूमिहिन श्रमिकों को प्रतिमाह 7 हजार रूपये राशि प्रदान करने का अभिनव कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने हेतु गौठानों में विभिन्न आजीविकामूलक कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है। हमारी माताएं, बहनें गोठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, दीया निर्माण, जैविक कीटनाशक निर्माण आदि विभिन्न स्वरोजगारमूलक कार्यों का सम्पादन सफलतापूर्वक कर रहीं है। इसके साथ-साथ अब गोठानों में प्राकृतिक पेंट का भी निर्माण किया जा रहा है। अब स्कूलों एवं सभी शासकीय कार्यालयों की रंगाई-पुताई प्राकृतिक पेंट से की जाएगी।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूलों में अधोसंरचना से जुड़े कार्यों को पूरा करने के लिए 01 हजार करोड़ की राशि तथा नौजवानों को विभिन्न स्वरोजगारमूलक कार्यों से जोड़ने के लिए तथा इसके लिए उन्हें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से समुचित प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने 1200 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा प्रत्येक विकासखण्डों में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना की जा रही है। इसके माध्यम से राज्य के नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने के साथ-साथ बैंको से लोन आदि की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य में 65 प्रकार के लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने का कार्य भी किया जा रहा है। इन सभी योजनाओं के माध्यम से राज्य के आम लोगों के आय में वृद्धि हो रही है तथा वे आर्थिक रूप से समृद्धि एवं स्वावलंबी बन रहे हैं। इसके साथ-साथ हमारे सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति, भाषा, रीति-रिवाज के भी संरक्षण एवं संवर्धन हेतु ठोस कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत राम वनगमन परिपथ, गुरूघासी तपोस्थलि जैसे सामाजिक-सांस्कृतिक केन्द्रों को नई पहचान दिलाने का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सदस्य किरण सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार कलार समाज के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने राज्य शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की सराहना भी की।

संसदीय सचिव एवं क्षेत्रिय विधायक कुंवर सिंह निषाद ने व्यक्ति के जीवन में समाज के महत्व एवं प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कलार समाज के महिला एवं युवा मंच के समाज के विकास में सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के प्रमुख मांगों की ओर मुख्यमंत्री बघेल का ध्यान भी आकृष्ट कराया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक संजारी बालोद संगीता सिन्हा ने राज्य शासन द्वारा कलार समाज के विकास हेतु किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए सराहना व्यक्त की। कार्यक्रम को कलार समाज के प्रांत अध्यक्ष दीपक सिन्हा एवं युवा मंच के अध्यक्ष गोविंद सिन्हा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले कलार समाज के प्रतिभावान लोगों को सम्मानित भी किया गया।