Pakistan Crisis: पाकिस्तान में महंगाई आसमान छू रही है। आटा और चावल खरीदना जनता के लिए मुश्किल होता जा रहा है। आटे की किल्लत ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। देश में अनाज की कालाबाजारी बढ़ गई है। रोजमर्रा की चीजों को पाने के लिए संघर्ष हो रहा है।
आटे के लिए लंबी कतारे
आटा पाने के लिए लोगों की लंबी कतारे देखने को मिल रही है। महंगाई से परेशान पाकिस्तान के कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें लोग आटे के लिए छीनाझपटी करते नजर आ रहे हैं। इस संकट के दौरा में बच्चों को खाता तक नहीं मिल रहा है। लोग सरकार सरकार से खफा हैं
खाद्य वस्तुओं की कमी
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में खाद्य वस्तुओं की कमी है। यहां दंगे जैसे हालात बने हुए हैं। लोग इस्लामाबाद और पीओके सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बता दें देश में सब्सिडी वाले गेहूं की आपूर्ति बंद हो गई है। वहीं आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं। बीते दिनों लोगों के बीच झड़पें देखी गई।
पाकिस्तान में दूसरे देशों से भेजी जाने वाले रकम 31 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। दिसंबर में यह घटकर 2 अरब डॉलर पर पहुंच गई। द डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि विदेशों से भेजी गई राशि दिसंबर 2022 में 2.04 अरब डॉलर रही। यह एक साल पहले की अवधि 2.52 अरब डॉलर की तुलना में 19% कम है। विदेशों से आने वाला पैसा नवंबर 2022 में 2.10 अरब डॉलर रहा। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा, ”वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले छह महीनों में विदेश में कार्यरत नागरिकों ने 14 अरब डॉलर घर के लिए भेजी। एक वर्ष पहले की समान अवधि के मुकाबले 11% कम है। सऊदी अरब में काम करने वाले पाकिस्तानियों ने दिसंबर में 51.6 करोड़ डॉलर भेजे, जो नवंबर की तुलना में 4% है।”
[metaslider id="347522"]