खरसिया । विकासखंड में किसान इन दिनों खरीफ धान फसल की कटाई एंव बिक्री के उपरांत रबी ग्रीष्मकालीन धान फसल के बदले लाभकारी रागी फसल की बुवाई अधिक कर हैं।कलेक्टर रानू साहू एवं उपसंचालक कृषि अनिल वर्मा के निर्देशन में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले के विभिन्न विकास खंडों के किसानों को धान के बदले रागी फसल की खेती से अतिरिक्त आमदनी की जानकारी दी जा है।वरिष्ठ कृषि अधिकारी नृपराज डनसेना ने बताया कि पिछले वर्ष बोतल्दा के किसान ने प्रति एकड़ 50 हजार की आमदनी रागी फसल से प्राप्त की थी।वहीं इस बार बोतल्दा में ही 90 हेक्टेयर तथा जोबी बर्रा एवं बिलासपुर क्षेत्र में 125 हेक्टेयर भूमि में रागी फसल की खेती की जा रही है।
कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को लगातार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।जो किसान जो लंबे समय से खरीफ एवं रबी ग्रीष्म ऋतु में मुख्य रूप से धान की ही खेती करते थे, उन्हें वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी नृपराज डनसेना तथा जन्मेजय पटेल के द्वारा ग्रीष्मकालीन धान के स्थान पर उन्नत कृषि तकनीक से रागी फसल की जानकारी दी जा रही है।वहीं कृषि विभाग से किसानों को उन्नत किस्म का बीज भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। रागी की खेती से कम लागत में धान की तुलना दोगुना से मुनाफा कमाया जा सकता है।
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