कोरबा,16दिसम्बर। सीतामढ़ी शनि मंदिर के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक चील ने मधुमक्खी के छत्ते पर हमला कर दिया तब मधुमक्खियों ने चिल सहित आसपास से गुजर रहे राहगीरों पर हमला बोल दिया। एक के बाद एक राहगीर मधुमक्खी के हमले का शिकार होते गए। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर मधुमक्खी कहां से आ रही है और उनका छत्ता कहां है. जो भी शनि मंदिर मुख्य मार्ग से गुजरता वह मधुमक्खी के हमले का शिकार हो जाता। मधुमक्खियों के हमले को देखते हुए लोग उस रास्ते से आना जाना कुछ घंटे के लिए बंद कर दिए उसके बावजूद मधुमक्खियां कई घंटे तक आतंक मचाती रहीं । मधुमक्खी के हमले से बचने कुछ लोगों ने नहर में कूदकर तो कुछ लोगों ने मोटरसाइकिल छोड़कर आसपास किसी दूसरे के घर में छुपकर जान बचाई।
कपड़ा फेरीवाले रमेश कुमार ने बताया कि शनि मंदिर के सामने फेरी लगाकर कपड़ा बेच रहा था तभी उसके शरीर पर भी मधुमक्खियों ने डंक मारना चालू कर दिया.फेरीवाले नें मोटरसाइकिल छोड़कर मधुमक्खी से बचने के लिए नहर में छलांग लगा दिया. कुछ दूरी जाने के बाद मधुमक्खियों ने उसका पीछा छोड़ा तब नहर से बाहर निकलकर उसने अस्पताल का रुख किया। इसी तरह आसपास से गुजर रहे लोगों को मधुमक्खी ने घायल कर दिया।
सीतामढ़ी निवासी विक्की निर्मलकर ने बताया कि शनि मंदिर के पास स्थित एक बेल पेड़ पर मधुमक्खियों ने पिछले कुछ दिनों से छत्ता बना रखा है. जिस पर चील ने हमला कर दिया और लोग नाराज मधु मक्खियों के शिकार हो गए।
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