भारत के महान संतों ने वसुधैव कुटुम्‍बकम की भावना के अनुरूप विश्‍व को एकसाथ जोड़ा : मोदी

नई दिल्ली ,15 दिसम्बर  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि भारत के संतों ने ”वसुधैव कुटुम्‍बकम” की भावना  प्रबल कर  के समूचे विश्‍व को एक सूत्र में पिरोया है। अहमदाबाद में प्रमुख स्‍वामी महाराज शताब्‍दी महोत्‍सव के उद्घाटन समारोह को सम्‍बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारतीय संत परम्‍परा केवल संस्‍कृति, पंथ, नीति और विचारधारा के प्रचार तक ही सीमित नहीं है। उन्‍होंने कहा कि भारतीय संतों ने इस संकीर्ण मानसिकता से कहीं ऊपर उठकर वसुधैव कुटुम्‍बकम की अवधारणा सुदृढ़ करने और विश्‍व को एक करने पर कार्य किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शताब्‍दी समारोह में वेद से विवेकानन्‍द तक की यात्रा के हम साक्षी हैं। उन्‍होंने कहा कि प्रमुख स्‍वामी महाराज ने अपनी मानव सेवा, करुणा और प्रज्ञा से पूरे विश्‍व में असंख्‍य लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। उन्‍होंने प्रमुख स्‍वामी महाराज के साथ बिताए गए पलों और उनके मानव सेवा के संदेश का स्‍मरण करते हुए कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्‍य सेवा होना चाहिए और इस भव्‍य आयोजन से न केवल पूरी दुनिया बल्कि भावी पीढ़ी भी प्रेरित और प्रभावित होगी। आज से लेकर 15 जनवरी 2023 तक यह भव्‍य आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अस्‍सी हजार कार्यकर्ता सेवा दे रहे हैं। इस अवसर पर गुजरात के राज्‍यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्‍यमंत्री भूपेन्‍द्र पटेल, बी.ए.पी. प्रमुख महंत स्‍वामी उपस्थित थे।

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