रायपुर,15 दिसम्बर । शहर के तेलीबांधा मेरिन ड्राइव में काबिज अवैध दुकानदारों को हटाने को लेकर महापौर एजाज ढेबर और नगर निगम कमिश्नरआईएएस मयंक चतुर्वेदी आमने-सामने हो गए हैं। इस विवाद में विधायक कुलदीप जुनेजा भी कूद पड़े हैं। विधायक इस मामले में महापौर के साथ खड़े हैं जबकि कमिश्नर प्रशासनिक अमले के साथ अलग थलग पड़ गए हैं।
शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव के चलते नगर निगम का विभागीय अमला लेकर मरीन ड्राइव के दुकानदारो को हटाने चौपाटी पहुंचे तथा अवैध ठेले और गुमटियों को हटाने के निर्देश दिए। उसके बाद नगर निगम के दस्ते ने कार्यवाही शुरू कर दी थी कि तभी किसी ने महापौर को इसकी जानकारी दी तो ढेबर भी वहां पहुंच गए। उन्होंने निगम अमले को तुरंत कार्यवाही को रोकने के निर्देश दिए और दुकानदारों का व्यवस्थापन की बात कही।
निगम अमले और महापौर की इस नूराकुश्ती को राहगीरों ने देखा और खूब मजे लिए वहीँ निगम मुख्यालय में एक बैठक बुलाई गई थी पर तेलीबांधा में हुए घटनाक्रम के कारण ज्यादातर लोगों ने बैठक में भाग ही नहीं लिया। निगम अमले के कर्मियों का कहना है आदेश पर ही कार्रवाई के लिए गए थे लेकिन वहां से ऐसा लौटाया गया जैसे अपनी मर्जी से आ गए थे। अपमानित किए जाने का भी आरोप है।
वहीँ इस मामले में निगम कमिश्नर ने कहा कि रोज कमाने खाने वाले दुकानदारों के प्रति नगर निगम संवेदनशील है। किसी का अहित नहीं होने दिया जाएगा। हटाने की जो भी कार्यवाही होगी दुकानदारों को विश्वास में लेकर ही की जाएगी और उनका ससम्मान समुचित व्यवस्थापन होगा।
[metaslider id="347522"]