जिले के 2500 से अधिक हितग्राहियों ने उठाया सौर सुजला योजना का लाभ
रायगढ़, 14 दिसम्बर | रायगढ़ जिला मुख्यत: कृषि प्रधान है, जहां वर्षा आधारित कृषि की जाती है, ऐसे में खेतों तक विद्युत विस्तार करना किसानों के लिए भी खर्चीला सौदा साबित होता है। जिसके कारण किसानों को खरीफ की फसलों में वर्षा की लेट लतीफी होने से काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं पानी की दिक्कतों से किसान रबी फसल नहीं ले पाते थे, लिहाजा दोनों फसलों में आर्थिक नुकसान की आशंका किसानों को बनी रहती है। इसी समस्या को देखते हुए शासन द्वारा सौर सुजला प्रारंभ किया गया। जिससे अब किसानों को न बिजली पर निर्भर होना पड़ेगा ना ही बिल का झंझट। सौर सुजला योजना से आज जिले के प्रगतिशील किसान रबी एवं खरीफ दोनों फसलों को बिना परेशानी के ले पा रहे है, जिससे उत्पादन के साथ उनकी आमदनी भी बढ़ी है।
क्रेडा जिला प्रभारी रंजीत कुमार यादव ने बताया कि जिले के विभिन्न विकासखंडो में हितग्राही चारागाह एवं गोठान में सौर सुजला योजना अन्तर्गत 2016 से 2021-22 तक कुल 2955 नग सोलर पंप स्थापित किया जा चुका है। जिसमें हितग्राहियों की संख्या 2693 है। इसके अलावा 250 गोठान एवं 12 चारागाह शामिल है। आज इन सभी जगहों पर पानी की समस्या खत्म होने से सभी प्रकार के कृषि,सब्जी उत्पादन के साथ अन्य कार्य सुचारु तरीके से किया जा रहा है। किसान धान के साथ सब्जी फसल भी ले रहे है, जिससे उन्हे अतरिक्त लाभ प्राप्त हो रहा है। शासन द्वारा सौर सुजला योजना अंतर्गत रियायती दरों पर सोलर पंप उपलब्ध कराया जाता है। जिसमें क्रमश: 03 एवं 05 एचपी क्षमता वाले पंप के लिए एसटी व एससी वर्ग को 7 एवं 10 हजार, ओबीसी वर्ग के लिए 12 हजार एवं 15 हजार, जनरल को 18 से 20 हजार अंशदान/अनुदान का प्रावधान है।
धरमजयगढ़ पेलमा निवासी श्री सुरेश राठिया ने बताया कि पहले खरीफ की फसल आसानी से हो जाती थी, लेकिन पानी की समस्या के कारण रबी की फसल लेने में दिक्कत होती थी। ऐन वक्त में बिजली की समस्या भी आ जाती थी, लेकिन अब सौलर पंप लगने से बिजली और बिल दोनों की समस्या खत्म हो गई। अब वे खरीफ और रबी दोनों फसल को बड़ी आसानी से ले पा रहे है और इससे उनकी आमदनी बढ़ी है। इस वर्ष उन्होंने धान, मूंगफल्ली, मटर, सब्जियां लगाया है।
धरमजयगढ़ कॉलोनी निवासी परेश कुमार विश्वास बताते हैं कि सोलर पंप लगने से बिजली और पानी की समस्या दूर हो गई है। विश्वास खरीफ और रबी दोनों प्रकार की फसलों का प्रचुर मात्रा में उत्पादन कर रहे है। इस वर्ष उन्होंने मक्का, मुगफल्ली, तरबूज जैसे फसल लिए है। पानी की उपलब्धता से फसल उत्पादन क्षमता बढ़ी है और आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा सौर-सुजला योजना शासन की अच्छी योजना है, किसानों को इस योजना का लाभ लेना चाहिए, इससे उत्पादन क्षमता बढऩे के साथ ही उनको दोहरा लाभ मिलेगा।
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