राजीव गांधी किसान न्याय योजना से कृषकों की आय हुई दुगुनी

बेमेतरा । जिला बेमेतरा के नवागढ़ विकासखंड के ग्राम टेमरी के कृषक रघुवीर सोनी पिता गोविंद सोनी, जो क्षेत्र में एक प्रगतिशील किसान है। वे समय समय पर कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क कर अपनी मेहनत से और कृषि की नवीन तकनीकी को अपनाते हुए नये आयाम प्राप्त किये है। उन्होंने इस खरीफ वर्ष-2022 में अपने पारंपरिक धान महामाया एवं स्वर्णा के बदले अन्य सुगंधित धान लगाने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क कर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत फसल पद्धति आधारित एक एकड़ में सुगंधित पान दुबराज सेलेक्शन लगाने का निश्चय किया। जैसा कि वे हर धान फसल को रोपा पद्धति से पट्टी छोड़कर लगाते है, दुबराज धान फसल को भी इसी विधि से लगाया।

उन्होंने बताया कि 20 किलो बीज लिया और 100 ग्राम बीज उपचार दवा से उपचार किया, फिर 8 जून को नर्सरी डाली और उसके 20 दिन बाद लगभग 28 जून को इन्होंने खेत में रोपाई की। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना में कृषि विभाग द्वारा आदान सामाग्री भी प्रदान की गई, जिसे उन्होंने दुबराज धान में उपयोग किया। साथ ही इस योजना में रबी फसल के लिए चना बीज भी प्रदान किया गया है, जिसकी बोनी भी उनके द्वारा की जा चुकी है।

कृषक रघुवीर सोनी ने उक्त दोनों सुगंधित धान को सहकारी समिति में विक्रय करने के बजाय छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा संचालित राजीव गांधी किसान न्याय योजना में सामान्य धान के बदले सुगंधित धान में पंजीयन कराकर बाहर मंडी में विक्रय करने का निश्चय किया है। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी नवागढ़ ने बताया कि इस योजना के प्रावधानानुसार धान के बदले अन्य दलहन-तिलहन फसल, वृक्षारोपण या सुगंधित धान लगाने वाले कृषकों को राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत 10 हजार रुपये प्रति एकड़ आदान सहायता के रूप में प्रदान किया जाता है।

कृषक रघुवीर सोनी ने बताया कि उन्हें दुबराज धान से 22 क्वि. प्रति एकड़ का उत्पादन प्राप्त हुआ है, इस तरह उन्हें एक एकड़ में 20000 रुपये अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगी। वे अगले वर्ष खरीफ में भी सामान्य धान के बदले सुगंधित धान की खेती करना चाहते हैं।