विगत 4 वर्षों में 11 लघु सिंचाई योजना एवं नहर लाईनिंग तथा जलाशय जीर्णोद्धार कार्य से हो रही सिंचाई की क्षमता में वृद्धि
– 4 एनीकट चिद्दो एनीकट, तोरनकट्टा रवेली एनीकट, टेका हरदी रपटा कम स्टापडेम एवं झिटिया एनीकट से मिल रही भू-जल स्तर बढ़ा
– सिंचाई क्षमता में 1958 हेक्टेयर की हुई वृद्धि
राजनांदगांव 13 दिसम्बर | शासन द्वारा किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे किसानों को फायदा हुआ है और उनके जीवन में समृद्धि आई है। जिले में विगत 4 वर्षों में 11 लघु सिंचाई योजना एवं नहर लाईनिंग तथा जलाशय जीर्णोद्धार कार्य से सिंचाई की क्षमता में वृद्धि हुई है। जल संसाधन संभाग राजनांदगांव अन्तर्गत विगत 4 वर्षों में 11 लघु सिंचाई योजना खुर्सीपार जलाशय जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग, टेका व्यपवर्तन नहर मरम्मत, मासूल व्यपवर्तन नहर लाईनिंग, मनेरी जलाशय जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग में जीर्णोद्धार, इन्दावानी जलाशय नहर लाईनिंग, सेम्हरा जलाशय नहर लाइनिंग, नादिया व्यपवर्तन वियर की ऊंचाई बढ़ाना, खैरबना जलाशय नहर लाईनिंग, मोतीपुर व्यपवर्तन जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग एवं भोथीपार जलाशय जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण किया गया है। जिससे योजनाओं में रूपांकित सिंचाई क्षमता में 1958 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। जिले में विगत 4 वर्षों में 4 एनीकट चिद्दो एनीकट, तोरनकट्टा रवेली एनीकट, टेका हरदी रपटा कम स्टापडेम एवं झिटिया एनीकट का निर्माण कराया गया है। जिसकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 340 हेक्टेयर है। एनीकट के निर्माण से कृषक स्वयं के साधन से सिंचाई का लाभ ले रहे हैं तथा आसपास के क्षेत्र में भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त धामनसरा मोहड़ एनीकट सूक्ष्म सिंचाई योजना का निर्माण किया गया है। जिससे 240 हेक्टेयर खरीफ तथा 240 हेक्टेयर रबी फसल हेतु पानी प्रदाय किया जा सकता है।
जिले के अन्तर्गत मोहड़ बाढ़ नियंत्रण एवं माथलडबरी एनीकट बैंक प्रोटेक्शन का कार्य कराया गया है। जिले के अन्तर्गत सुरगी सौर चलित उद्वहन सिंचाई योजना (प्रथम चरण) का कार्य क्रेडा विभाग के सहयोग से पूर्ण किया जा चुका है। योजना से 80 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्रस्तावित है तथा आसपास के ग्रामों के तालाब भरने से ग्रामवासी निस्तारी का लाभ ले सकेंगे।
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