ड्रग की सप्लाई में लिप्त फार्मासिस्ट को कलेक्टर ने किया बर्खास्त, एक दिन पहले ही रायपुर पुलिस ने किया था गिरफ्तार

महासमुंद। कलेक्टर महासमुंद, निलेश कुमार क्षीरसागर ने भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी में कार्यरत फार्माशिष्ट सतीश चंद्राकर को पद से बर्खास्त कर दिया है। सतीष चंद्राकर को महासमुंद में संचालित जन औषधि केन्द्र में तैनात किया गया था। कल उसे संदिग्ध मादक पदार्थ मेथाफेंटामाइन ड्रग के परिवहन में संलिप्त होना पाया गया। इसकी जानकारी सामने आते ही कलेक्टर ने उसे तत्काल सेवा से पृथक कर दिया है।

पुलिस के मुताबिक सतीश की गर्लफ्रेंड दीप्ति ड्रग्स की शौकीन है। उसी के साथ सतीश भी ड्रग्स लिया करता था। इस बार सतीश अपनी इसी दोस्त के साथ ड्रग्स स्मगल करने की कोशिश में पकड़ा गया। दोनों को रायपुर पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। इनके पास से तीन ग्राम मैथाफेटामाईन नाम ड्रग्स मिला है।

अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक जिस लड़की को कल रायपुर पुलिस ने पकड़ा है उसका नाम दीप्ति रानी भारद्वाज है। 29 साल की दीप्ति कोरबा के पाली की रहने वाली है। उसका आना जाना रायपुर में हुआ करता था। रायपुर में दीप्ति का बॉयफ्रैंड संदीप चंद्राकर रहा करता था। यह युवक मूलत: महासमुंद का रहने वाला है। इन दोनों के बारे में पुलिस को खबर मिली थी कि ये ड्रग्स गोवा ले जा रहे हैं। कल शुक्रवार को रायपुर एयरपोर्ट से इन्हें गोवा जाते वक्त पकड़ लिया है।

पार्टी के लिए नशा ले जाने की थी योजना

पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक दोनों ने गोवा जाकर पार्टी करने और छुट्टी मनाने की प्लानिंग की थी। चूंकि हवाई जहाज में ड्रग्स ले जाना मुमकिन नहीं था। अत: दोनों आरोपियों ने ड्रग्स को कूरियर के जरिए गोवा के एक पते पर भेजने का प्लान बनाया। जिसके अनुसार टी शर्ट में ड्रग्स रखकर किसी कूरियर कंपनी से गोवा भेजने तथा अपने बताए पते पर गोवा जाकर पार्सल रिसीव करने की तैयारी थी। अत: दीप्ति ने टी-शर्ट के भीतर ड्रग्स रखकर देवेंद्र नगर की मारुति कूरियर नाम की एजेंसी पर जाकर पार्सल छोड़ा। कंपनी ने पार्सल स्कैनिंग में कुछ संदिग्ध वस्तु होना पाया। इसके बाद अहमदाबाद में कंपनी के लीगल हेड राम यादव ने एक ईमेल पुलिस को भेज दिया। फिर इंदौर की टीम सुनील कुमार वर्मा नाम के ऑफिसर के साथ रायपुर पहुंची। पार्सल को जांचा और इस जोड़े को ट्रेस कर इन्हें एयरपोर्ट से पकड़ लिया। बाद में इन्हें देवेंद्र नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

पूछताछ के दौरान दीप्ति ने पुलिस को जानकारी दी कि प्रेमी संदीप चन्द्राकर को उसके दोस्त मानस जो कि दिल्ली का रहने वाला है, ने नशीला पदार्थ दिया था। इसे ही दीप्ति रानी भारद्वाज ने मारुति कूरियर में संदीप के नाम से बुक किया था। पुलिस ने आरोपी की अल्टो कार जब्त की है। दोनों के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

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