सरकार का खजाना खाली, जर्जर स्कूल भवनों की वजह से बच्चों के जीवन को खतरा : उमेश

रायगढ़,09 दिसम्बर । जर्जर स्कूली भवनों के जीर्णोधार हेतु भूपेश सरकार के बजट कमी होने का गंभीर आरोप लगाते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा भूपेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में समुचित ध्यान नहीं दे रही है। बजट की कमी की वजह से बच्चे खस्ताहाल भवनों में पढ़ने के लिए विवश हैं। भूपेश सरकार के दौरान बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था का उल्लेख करते हुए जिला भाजपा नेता ने कहा बहुत से स्कूलों में लाइब्रेरी व लैब निर्माण हेतु आवश्यक राशि नहीं है। स्कूली परीक्षाएं नजदीक होने का हवाला देते हुए कहा लैब व लाइब्रेरी नहीं होने की वजह से छात्रों की परेशानी बढ़ रही है।

जिले में सौ से अधिक हाई स्कूल एवं ढाई सौ से अधिक हायर सेकेंडरी स्कूल हैं। सरकारी जांच एजेंसी के जानकारी के अनुसार सौ से अधिक भवन जर्जर व बदहाल हो चुके हैं। दो साल पहले डेढ़ दर्जन स्कूलों में लैब प्रयोगशाला लाइब्रेरी हेतु दो करोड़ दो लाख का बजट आबंटित किया गया था, लेकिन भुगतान के अभाव में सबंधित एजेंसी ने कार्य रोक दिया। उमेश अग्रवाल ने भूपेश सरकार के विकास के दावे के कागजी बताते हुए कहा बहुत से ऐसे स्कूल हैं, जिनका जीर्णोधार हो चुका। लेकिन भुगतान के अभाव में ठेकेदार भवन हैंडओवर नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से बच्चे खुले में पढ़ने के लिए विवश हैं।

पिछले छह महीनों से शिक्षा विभाग झोली फैलाए बजट की भीख मांग रहा है। सरकार के उदासीन रवैए की वजह से बजट आवंटन का काम अटका पड़ा है। निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी एवम आईएएस द्वारा कराए गए कार्यों का भुगतान रोक दिया गया है। जिसकी वजह से भवन हैंड ओवर नहीं हो सके। इस वजह से ग्रामीण इलाके में पढ़ने वाले बच्चों को जर्जर स्कूलों में पढ़ने के लिए विवश होना पढ़ रहा है।

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