भोपाल, 8 दिसम्बर । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि रेडक्रॉस की गतिविधियाँ जमीनी स्तर पर दिखाई दें। सेवा संकल्प के कार्यों के लिए प्रदाय राशि का सदुपयोग हो। कार्य की गहन मॉनीटरिंग कर जानकारी राजभवन को प्रस्तुत की जाएँ। राज्यपाल श्री पटेल राजभवन में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी मध्यप्रदेश राज्य शाखा की समीक्षा कर रहे थे। राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी. पी. आहूजा भी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने बैठक में कहा कि रेडक्रॉस के मानव सेवा कार्यों को गरीब और वंचित वर्गों के बीच पहुँचाया जाए। स्वास्थ्य शिविर लगा कर, स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार के कार्य नियमित रूप से किए जाएँ। रक्तदान के मेगा अभियान का संचालन प्रत्येक माह महत्वपूर्ण दिवस निर्धारित कर किया जाए। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस का मूल उद्देश्य नि:स्वार्थ सेवा संकल्प के साथ पीड़ित मानवता की सेवा करना है। यह भावना संस्था के द्वारा दी जा रही हर सेवा में दिखाई देना चाहिए। रेडक्रॉस के चिकित्सक, पेरामेडिकल स्टाफ आदि सभी का आचरण और व्यवहार इसी के अनुरूप होना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल ने प्रदेश की सभी जिला इकाइयों की गतिविधियों की वार्षिक विवरणिका तैयार कराने की ज़रूरत भी बताई। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस की स्थापना के इतिहास की प्रेरणादायी घटनाओं की जानकारी द्वारा जन-मानस को रेडक्रॉस की गतिविधियों में सहयोग के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
बताया गया कि निवाड़ी जिले में रेडक्रॉस की जिला शाखा शुरू हो गई है। राज्य इकाई के चिकित्सालय में आयुर्वेद परामर्श केंद्र संचालित हो रहा है। सिकल सेल रोग की जाँच एवं उपचार की निःशुल्क व्यवस्था उपलब्ध है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म-दिवस पर रेडक्रॉस के रक्तदान अभियान को देश में सर्वाधिक रक्त संकलन की उपलब्धि मिली है। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान में 600 नि-क्षय मित्र बनाए गए हैं। सोसाइटी द्वारा दिव्यांगजन को व्हील चेयर और कृत्रिम उपकरण भी वितरित किए गए हैं। सभी तरह के भुगतान डिजिटली किए जा रहे हैं। फर्स्ट एड का प्रशिक्षण 7 हज़ार 640 लोगों को दिया गया है। प्रदेश में 2 हज़ार 963 नए आजीवन सदस्य बनाए गए हैं।
मध्यप्रदेश रेडक्रॉस राज्य शाखा के चेयरमेन डॉ. गगन कोल्हे, मानसेवी कोषाध्यक्ष शशांक श्रीवास्तव और जनरल सेक्रेटरी प्रदीप त्रिपाठी सहित राजभवन के अधिकारी मौजूद रहे।
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