रायपुर, 05 दिसम्बर । राजधानी रायपुर के माना एसओएस बालिका गृह बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में एक अन्य आरोपित के शामिल होने की पुष्टि हुई है। वहीं आरोपिततऔर नाबालिग के बच्चे का डीएनए (DNA) भी मैच हो गया है। नाबालिग के बच्चे और आरोपिित आदित्य खांडे का डीएनए मैच हुआ।
जानकारी के अनुसार एएसपी ग्रामीण ने डीएनए मैच होने की पुष्टि की है। बता दें कि बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले जेल में बंद आरोपित अंजनी शुक्ला का बच्चे से डीएनए मैच नहीं हुआ था। खबर के बाद पुलिस ने दोबारा इसकी जांच शुरू की थी। साथ ही राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लिया था। जिसके बाद दुष्कर्म मामले का अन्य आरोपी आदित्य खांडे को पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि माना एसओएस बालिका गृह में 14 साल की नाबालिग से दुष्कर्म हुआ था, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग और बाल संरक्षण इकाई ने इस मामले को दबा कर रखा था। बच्ची जब 6 माह की गर्भवती हो गई तब जाकर पुलिस को जानकारी देकर एफआइआर दर्ज कराई गई। लेकिन इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश नहीं की गई कि इस मामले में और कौन-कौन संल्पित है।
वहीं बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में नाबालिग ने जिस बच्चे को जन्म दिया था उसका और नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले जेल में बंद आरोपित अंजनी शुक्ला का डीएनए मिस मैच हुुआ था। यानी कि बच्चे का जैविक पिता कोई और ही था। इससे साफ हुआ था कि जो आरोपित जेल में बंद है, उसके अलावा किसी और ने भी नाबालिग से दुष्कर्म किया था। वहीं मामले में पुलिस की जांच से लेकर महिला एवं बाल विकास की जांच पर भी सवाल उठ थे।
डीएनए रिपार्ट मैच नहीं हाेने के बाद भी मामले की जांच आगे ही नहीं बढ़ी थी। इससे पहले नईदुनिया को मिली जांच रिपोर्ट में लिखा था कि नाबालिग ने जिस बच्चे को जन्म दिया था, अंजनी शुक्ला शुक्ला उसका जैविक पिता नहीं है। लेकिन नाबालिग ने अंजनी शुक्ला के द्वारा दुष्कर्म करने का बयान पुलिस को दिया था। इससे साफ है की नाबालिग के दुष्कर्म मामले में कोई और भी आरोपित शामिल है। मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने नए सिरे से पूरे मामले की जांच की है।