रायपुर,05 दिसम्बर । सड़कों पर दुर्घटनाएं रोकने के साथ ही लोगों को यातायात के नियम समझाने के लिए यातायात विभाग द्वारा नया प्लान तैयार किया गया है। अब लोगों को जागरूक करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म का सहारा लिया जा रहा है। इसके तहत राज्य की गोंडी, हल्बी, छत्तीसगढ़ी, सरगुजिया सहित सभी भाषाओं में शार्ट फिल्म बनवाई जा रही है, जिसमें हिंदी में सब टाइटल भी दिया जाएगा और इसके जरिए लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति सजग करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा यातायात के नियमों को भी समझाने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा एनसीसी और एनएसएस के कैडेट्स को भी विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि उनके जरिए लोगों को समझाया जाएगा और यातायात नियमों का पालन करवाने में इनकी मदद ली जाएगी। वहीं एनजीओ को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा।
जो रहेंगे इच्छुक, उनसे ही मदद
एनएसएस और एनसीसी के कैडेट्स के साथ ही एनजीओ के उन लोगों को ही अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा, जो सेवाएं देने के इच्छुक हैं। इसके अलावा किसी को भी जबरन सेवाएं देने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
मंदिर हसौद और लखौली में ट्रेनिंग भी
इसके अलावा एनसीसी और एनएसएस के कैडेट्स के साथ ही एनजीओ को भी प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इसके तहत कुछ लोगों का प्रशिक्षण अब भी मंदिर हसौद और लखौली में चल रहा है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ट्रेनिंग देने की सुविधा बनाई जाएगी।
23 जिलों में 21 दिनों का प्रशिक्षण
एनजीओ के साथ ही कैडेट्स के प्रशिक्षण के लिए वर्तमान में 23 जिलों में व्यवस्था बनाई गई है। जहां लगभग 21 दिन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया है। इसमें सभी सहयोगियों को यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही लोगों को किसी प्रकार से जागरूक करना है, इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।
रायपुर एआइजी ट्रैफिक संजय शर्मा ने कहा, लोगों को जागरूक करने के लिए एनसीसी कैडेट्स और एनसीसी के कैडेट्स की भी मदद ली जाएगी। इसके अलावा एनजीओ की भी इसमें मदद ली जाएगी। इसके लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके लिए सभी 23 जिलों में व्यवस्था दी गई है, जहां 21 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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