डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे विभिन्न पदों पर चयन के लिए निःशुल्क कोचिंग सेंटर उपलब्ध

सुदूर अंचल युवाओं को भविष्य की चिंता से मिली निजात

बीजापुर,02 दिसम्बर | कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा जिले में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने लगातार प्रयास किया जा रहा है। वहीं पढ़े-लिखे शिक्षित युवाओं की भविष्य को लेकर काफी संवेदनशील है। जिसका उदाहरण हमें युवाओं के चेहरे की मुस्कान बताती है। हर युवा पढ़ लिखकर बड़ा अफसर बनने का ख्वाब देखता है किंतु बीजापुर की बात करें तो छत्तीसगढ़ के सबसे दूरस्थ जिला है, पहाड़ों, जंगलों और घाटियों के बीच बसाहटे हैं दूरी के वजह और ज्यादातर आदिवासी समुदाय युवावर्ग हैं जो कि आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण अपना सपना साकार नहीं कर पाते इन्हीं सब परिस्थितियों से अवगत होकर युवाओं के बेहतर भविष्य के परिकल्पना को साकार करने बीजापुर मुख्यालय में निःशुल्क कोचिंग सेंटर की शुरूआत की गयी है। जिसका युवाओं में उत्साह देखने को मिला प्रारंभिक चरणों में 400 से अधिक आवेदन आए थे। जिनका प्री टेस्ट लेकर 200 लोगों का चयन निःशुल्क कोचिंग के लिए चयन किया गया। जिन्हे लोकसेवा आयोग, व्यापंम, रेल्वे, बैंक एवं कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं की तैयारी कराया जा रहा है।

भैरमगढ़, उसूर, आवापल्ली एवं भोपालपटनम जैसे सुदूर क्षेत्र के युवा ले रहे हैं कोचिंग-

कोचिंग सेंटर में बीजापुर के अलावा भैरमगढ़, उसूर, आवापल्ली एवं भोपालपटनम जैसे सुदूर क्षेत्र के प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं, प्रतिभागियों का कहना है कि पीएससी एवं व्यापम की परीक्षा तो देते हैं पर तैयारी और मार्गदर्शन के अभाव में परिणाम हमेशा निराशाजनक रहता है किंतु अब हमें अच्छे प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से मार्गदर्शन मिल रहा है पढ़नें में मजा आ रहा है निश्चित ही हम लोग सफल हो सकेंगे।उसूर विकास खण्ड के विकास कुमार ने बताया की सीजीपीएससी और व्यापंम जैसे परीक्षा के लिए कोचिंग ले रहा है उन्होंने बताया हमारे भविष्य के लिए जिला प्रशासन के पहल की, हम उसका सदैव आभारी रहेंगे। कोचिंग का अनुभव हमें नहीं था ना ही रायपुर, बिलासपुर में जाकर कोचिंग करना संभव था।

बीजापुर की रोशनी अंबेडकर ने बताया स्थानीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए काफी मददगार है खासकर तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को जो बाहर जाकर पढ़ने में सक्षम नहीं है उनके लिए सुनहरा अवसर है। हमने कलेक्टर महोदय को कोचिंग सेंटर के लिए आवेदन दिए उन्होंने आश्वस्त भी किया और आज हमारी सोच से ज्यादा सुविधाओं के साथ कोचिंग सेंटर मिला, जिसके लिए कलेक्टर महोदय को धन्यवाद ज्ञापित करते है।

मंगलू तेलम ने बताया कि मेरा सपना था कि मै सीजीपीएससी की परीक्षा में पूरी तैयारी के साथ बैठूं पर कोचिंग के अभाव में मेरा सपना पूरा नहीं हो पाया किंन्तु अब निःशुल्क कोचिंग सेंटर जिला प्रशासन द्वारा शुरु किया गया है अब मै और मेरी तरह कई विद्यार्थी पूरे मन लगाकर तैयारी कर सकते हैं। जिला प्रशासन ने हम लोगों के लिए काफी मदद की जिसके लिए मै धन्यवाद देता हूं।
चंचल पटेल ने बताया कि वह एमएससी की पढ़ाई कर रही है। साथ ही निःशुल्क कोचिंग कर रही है। जिले के बहुत से लोगों ने कोचिंग और पढ़ाई के लिए दूर जगदलपुर, रायपुर, बिलासपुर जाते हैं लेकिन सबके लिए संभव नहीं है, अब हमें निःशुल्क कोचिंग सुविधा मिली है। अच्छा शिक्षा के लिए बहुत सुनहरा मौका है बीजापुर एक नक्सल प्रभावित जिला है जहां के बच्चे को अब अपने भविष्य की तैयारी के लिए राह आसान होगी। पार्वती भगत ने कोचिंग सेंटर की सौगात देने पर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

निःशुल्क कोचिंग सेंटर की शुभारंभ के अवसर पर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया जिले में पढ़े-लिखे युवाओं को उनके भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त होगा। यहां से भी कई प्रतिभागी पीएससी जैसे परीक्षाओं में सफल हुऐ हैं किन्तु बड़े पैमाने पर सफलता नहीं मिलने की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं का स्थानीय स्तर पर तैयारी की कमी रही। जिसके लिए जिला प्रशासन ने निःशुल्क कोचिंग सेंटर की व्यवस्था कि है जहां प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा अभी 200 विद्यार्थियों को कोचिंग दी जा रही है। भविष्य में विद्यार्थियों की संख्या और सुविधाओं को और भी बढ़ाया जाएगा।

इस अवसर पर दिनेश कुमार नेताम सहायक संचालक जनसंपर्क द्वारा छत्तीसगढ़ जनसंपर्क से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका जनमन के बारे में विद्यार्थियों को बताया कि प्रतियोगी परीक्षा के लिए तथ्यों पर आधारित जनमन पत्रिका बहुत उपयोगी है और प्रतिमाह कोचिंग संस्थान के विद्यार्थियों को तैयारी के लिए जनमन पत्रिका दी जाएगी। इस दौरान जनमन पत्रिका सहित जिले की उपलब्धियों पर आधारित न्याय का छत्तीसगढ़ मॉडल पुस्तक का वितरण किया गया।

संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सुमन राज ने बताया विद्यार्थियों की सुविधानुसार कालेज में अध्ययनरत है उन्हें सुबह की पाली में एवं बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को दोपहर की पाली में इस तरह विद्यार्थियों के सुविधानुसार अभी दो पाली में कक्षा संचालित की जा रही है।

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