कटघोरा वनमंडल एक बार फिर सुर्खियों में: लेखापाल सप्लायरों से भुगतान के नाम पर मांग रहा कमीशन

कोरबा,1 दिसंबर। कटघोरा वनमण्डल में पदस्थ लेखापाल लाला राम की भ्रष्ट कार्यशैली से परेशान होकर समस्त मटेरियल सप्लायरों द्वारा डीएफओ को ज्ञापन सौपा गया है। बताया जा रहा है कि सहायक ग्रेड 01 लालाराम टेकाम की भ्रष्ट कार्य प्रणाली से आये दिन सप्लायर एवं मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार आम बात हो गई है। वर्ष 2018-19 एवं 2020-21 के पुराने निर्माण कार्यों के शेष बचे भुगतान निकालने के एवज में सप्लायरों से मजबूरी का फायदा उठाते हुये एडवांस में मोटी कमीशन मांगी जाती है।


इनकी बात नहीं मानने पर व्हाउचर गायब करना तथा अधिकारियों को गुमराह कर नॉन टेक्निकल जांच में उलझाकर भुगतान को पेंडिंग करने की धमकी दी जाती है।  ये सिलसिला टेकाम बाबू के कटघोरा डिवीजन में पदस्थ होने के बाद से अनवरत जारी है, जिस कारण पुराने मामले सुलझने की बजाय उलझते जा रहे हैं। वर्तमान में जिन सप्लायरों ने मजबूर होकर इनके मांग पूरा किया, उनका भुगतान बिना एसडीओ, रेंजर एवं नरवा विकास इंजीनियर की जांच प्रतिवेदन के बाद भी साधारण सी नोटशीट में हो गया जो इनके मांग को पूरा नही किये, उन्हें गुमराह कर महीनों बेवजह जांच में उलझाकर रख दिया गया है।

सप्लायरों द्वारा भुगतान क्यों नही हुआ पूछने पर गैर जिम्मेदाराना ढंग से कहा जाता है कि मैं तो एक बाबू हूँ, डीएफओ मैडम नहीं चाहती कि आप लोगों का भुगतान हो. दूसरी ओर यह भी कहा जाता है कि एसडीओ को पुराने भुगतान के बारे में बताकर अपने पैर में कुल्हाडी मार लिये हो, एसडीओ को भी एक्स्ट्रा कमीशन देना पड़ेगा। ये बातें पिछले महीने तक कही जाती थी, अब ये कहा जा रहा है कि जो भी पेमेंट होगा एसडीओ के द्वारा ही होगा। मैडम में तो भुगतान करने का दम ही नहीं है। सप्लायरों के मुताबिक डीएफओ द्वारा 10 दिन के भीतर भुगतान कराने का आश्वासन दिया गया था। इस पर भी टेकाम बाबू द्वारा कहा गया कि किसी भी हालत में आप लोगों के भुगतान कराने के पक्ष में मैडम नहीं हैं, सिर्फ बेवकूफ बना रही है। मेरे हिसाब से चलोगे तभी भुगतान होगा। गौरतलब है कि जिस पद पर पूर्व से ही के.पी. बर्मन बडे बाबू पदस्थ हैं, उसी पद पर लालाराम टेकाम की पदस्थापना नियम के विपरीत की गई है, और जब से बडे बाबू टेकाम को (कैम्पा) शाखा का प्रभारी बनाया गया है, तब से भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दी गई है। एक डिवीजन में दो बड़े बाबू का होना भी एक सवाल है। लाला राम टेकाम को तत्काल हटाये जाने की मांग वनमंडलाधिकारी कटघोरा से की गई हैैै।

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