धमतरी : स्कूल में पढ़ाई व शिक्षकों की व्यवस्था दुरूस्त नहीं, प्राचार्य को हटाने की मांग

धमतरी, 29 नवंबर । शासकीय श्रृंगी ऋषि उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम विद्यालय नगरी में रसायन ,भौतिकी,गणित एवं अन्य विषयों के शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है। वहीं प्राचार्य के कि्रयाकलापों से नाराज शाला विकास समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने सोमवार को उन्हें हटाने की मांग को लेकर विधायक डाॅ. लक्ष्मी ध्रुव को ज्ञापन सौंपा। साथ ही स्कूल में शिक्षकों की उचित व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि पढ़ाई की व्यवस्था में सुधार आ सके।

शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष भानेन्द्र सिंह ठाकुर, माखन भरेवा, टीकम चंद सिन्हा पालक समिति अध्यक्ष, उपाध्यक्ष विक्की खनूजा, लोमश साहू, शैलेन्द्र कौशल, हेमू साहू, वतन जाधव, नरेश छेदया, प्रवीण साहू समेत अन्य पालक सिहावा विधायक डाॅ. लक्ष्मी ध्रुव से मिले। उन्हें ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाते हुए बताया कि प्राचार्य की उदासीनता एवं लचर व्यवस्था से शाला प्रबंधन समिति एवं पालक समितियों में नाराजगी है। स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था करने व प्राचार्य को हटाने की मांग को लेकर मांग पत्र सौंपा। आरोप लगाते हुए पदाधिकारी व सदस्यों ने बताया कि श्रृंगी ऋषि उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम विद्यालय नगरी में विषय शिक्षकों की कमी के कारण अध्यापन व्यवस्था बाधित है। स्कूल में रसायन, गणित, भौतिकी, विज्ञान, अंग्रेजी ,हिन्दी विषय के शिक्षक नहीं है, ऐसे में इन विषयों की पढ़ाई प्रभावित है। शिक्षक समस्या होने के संबंध में प्राचार्य को कई बार अवगत कराए जाने के बाद भी आज तक व्यवस्था नहीं करा पाया, जो उदासीनता है।

स्कूल में पढ़ाई का बुराहाल

रसायन विषय के शिक्षक एक वर्ष से नहीं है। भौतिकी विषय की पढ़ाई नहीं के बतौर है, जबकि प्राचार्य स्वयं भौतिकी के विषय शिक्षक है। इसके बाद भी किसी भी कक्षा में विगत दो साल से कोई भी कक्षा नही ले रहे हैं। उनका अध्यापन व्यवस्था एवं शिक्षकों पर नियंत्रण नहीं हैं। किसी भी शिक्षक को काम चलाऊ तरीके से विषय अध्यापन के लिए संलग्न किया जा रहा है, जो ठीक नहीं है। बिना आदेश फीस वसूलने का भी उन पर आरोप है। हिंदी माध्यम के कक्षा छठवीं से आठवीं तक एक ही शिक्षक के द्वारा लगभग 150 से अधिक छात्रों को अध्यापन कराया जा रहा है। स्कूल में शिक्षकों की बदहाल व्यवस्था समेत कई अन्य शिकायतें है, जिसे दुरुस्त नहीं किया गया है। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम समेत अन्य गतिविधियों पर पालकों को नहीं बुलाया जाता।

शाला विकास एवं प्रबंधन समिति का आज तक विधिवत गठन नहीं किया गया है और न ही बैठक आयोजित की गई है। वर्तमान में हुई परीक्षा में कई विषयों की बिना पढ़ाए ही परीक्षा ली गई है, जो विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। प्रायोगिक कार्य शून्य स्तर पर है। ऐसे में शाला प्रबंधन समिति व पालक समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने प्राचार्य के तत्काल वहां से हटाने व शिक्षकों की व्यवस्था करने विधायक से मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर पालकों ने मुख्यमंत्री भूपेश से शिकायत व मांग करने की चेतावनी दी है।