रायपुर,22नवम्बर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अंतर्गत 7 गांव के ग्रामीणों द्वारा धान खरीद केंद्र खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास किये गए चक्काजाम के दौरान दिनभर जमकर हंगामा हुआ है ।ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर बहस हुई और फिर भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव किया। गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन को भी पलट दिया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। ग्रामीणों ने अमलीपदर थाने का घेराव भी किया दिया। हमले में 3 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
गरियाबंद पुलिस से जानकारी के अनुसार सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अंतर्गत 7 गांव के सैकड़ो लोगों ने महिला किसानों के साथ धान खरीद केंद्र खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया ।सुबह 8 बजे से ही लोग यहां जमा हो गए थे।ग्रामीणों के चक्काजाम की वजह से हाईवे में दोनों तरफ से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं थीं। ग्रामीण इस बात से भी नाराज हैं कि उन्हें धान बेचने 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।खबर मिलने पर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम उन्हें समझाने पहुंची और बहस के बाद ग्रामीणों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी।बाद में भीड़ ने टीम को दौड़ाना शुरू कर दिया ।
इसके बाद लोगों ने 8 किलोमीटर दूर अमलीपदर थाने का घेराव भी किया ।जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ गालीगलौज किया ,महिला किसानों के साथ बदतमीजी के बाद हालत बेकाबू हुए ।धरने में शामिल हुई और एक महिला ने कहा कि हम पहले ही चक्काजाम करने की चेतावनी दी थी। हम आज चक्काजाम कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने ही महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। फ़िलहाल वरिष्ठ अधिकारी ग्रामीणों को समझा रहे हैं ,लेकिन स्थिति तनावपूर्ण है।
पहले आदिम जाति सहकारी समिति कांडेकेला में संचालित थी। जिसे समिति ने सहमति से भेजीपदर गांव में संचालित करने को कहा। इसकी सहमति उस इलाके ग्रामीणों ने जगह नहीं होने के कारण दी थी।अब फिर उसी समिति को वापस कांडेलेका लाने की मांग की जा रही है।
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