कोरबा,22 नवम्बर।एक्टिंग और मॉडलिंग को पैशन मान चुकी हैं संस्कृति गोस्वामी। आगे बढ़ने सही मार्गदर्शन व आर्थिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। ये दोनों मेरे पास है। मार्गदर्शक की भूमिका मेरे माता-पिता जन्म से निभाते आ रहे हैं। उनके ही आशीर्वाद से आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनने मुंबई में उनका स्वयं का बिजनेस है। इससे भी अलग जिसे मैं अपना पैशन मान चुकी हूं, उस क्षेत्र में सफलता की सीढ़ी चढ़ते हुए छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से रिप्रजेंट करना चाहती हूं, ताकि यहां के लोगों को प्रेरणा मिले। ऐसी सोच रखने वाली संस्कृति सिंचाई काॅलोनी रामपुर, कोरबा निवासी हैं।
उनके पिता गवर्नमेंट हायर सेकंडरी स्कूल एनसीडीसी में अकाउंटेंट हैं, तो माता गीता गोस्वामी गृहिणी हैं। 12वीं तक कि पढ़ाई कोरबा में करने वाली संस्कृति गोस्वामी शुरू से ही मेधावी हैं। 10 वीं व 12वीं में प्रथम श्रेणी से पास होने के बाद परिजन के प्रोत्साहन पर स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई पुणे में करने के बाद रोजगारपरक शिक्षा के लिए डाइटीशियन का डिप्लोमा कोर्स करने के बाद बिजनेस शुरू करते हुए अपने पैशन को पूरा करने मॉडलिंग और एक्टिंग के क्षेत्र में कदम रखते हुए इस मुकाम पर पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर के पंडरी स्थित सिटी सेंटर मॉल में मिस्टर एंड मिस छत्तीसगढ़ इंडिया रखा था। राज्य के कई जिलों से चुने गए मॉडल्स के बीच फिनाले हुआ।
मिस छत्तीसगढ़ इंडिया 2022 का खिताब संस्कृति गोस्वामी व 2021 का खिताब माही नायक ने जीता। मिस्टर छत्तीसगढ़ इंडिया 2022 का खिताब पीयूष सिंह और 2021 का शेख बख्तावर को मिला। प्रतियोगिता ट्रेडिशनल, स्पोर्ट्स और फॉर्मल वियर जैसे तीन राउंड में हुई। संस्कृति ने बताया कि इस सफलता को पाने उन्होंने तीन दिन रोज 8 घंटे पेंसिल हील्स पहनकर प्रैक्टिस की।
अब अगले साल होने वाली मिस इंडिया प्रतियोगिता की तैयारी
मिस छत्तीसगढ़ बनने के बाद दैनिक भास्कर के चर्चा में यह बात संस्कृति गोस्वामी ने बताई। वे बीते दिनों रायपुर में आयोजित मिस और मिस्टर छत्तीसगढ़ प्रतियोगिता में भाग लेने मुंबई से पहुंची थी। उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए मिस छत्तीसगढ़ का ताज अपने नाम करने में कामयाब रहीं। कोरबा में प्रारंभिक शिक्षा के बाद पुणे से एमकॉम, डिप्लोमा होल्डर संस्कृति एक सफल डाइटिशियन हैं। उन्होंने कहा कि वे अगले साल होने वाली मिस इंडिया स्पर्धा के लिए तैयारी कर रही हैं।
मुंबई या पुणे नहीं कोरबा के ही यंग डिजाइनर से तैयार करवाई थी ड्रेस
संस्कृति मिस छत्तीसगढ़ स्पर्धा में पहली बार शामिल हुई हैं, जिसमें सफलता मिलने के बाद इस पैशन को आगे जारी रखने जुटी हैं। मुंबई में रहते हुए रायपुर की प्रतियोगिता में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें अपने प्रदेश से लगाव है, जिससे वे आगे भी जुड़े रहना चाहती हैं। साथ ही यहां के लोगों को मोटिवेट करते हुए आगे बढ़ने प्रोत्साहित करना चाहती हैं। यही कारण है कि मिस छत्तीसगढ़ के लिए जो ड्रेस उन्होंने बनवाए थे, उसे मुंबई या पुणे के किसी प्रसिद्ध डिजाइनर से नहीं, वरन कोरबा की ही एक यंग डिजाइनर से तैयार करवाई थी।
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