सफलता की कहानी : अटल टिंकरिंग लैब से विद्यार्थी करते नवाचार

गरियाबंद। अटल टिंकरिंग लैब- जहां छात्र न केवल कक्षा में प्राप्त ज्ञान के साथ व्यावहारिक रूप से प्रयोग कर सकते हैं, बल्कि सिद्धांतों को दोबारा बदलने और बदले हुए परिणाम देखने का भी प्रयास कर सकते हैं। प्रयोग या टिंकरिंग एक प्रारंभिक चरण जो छात्रों को स्वयं सीखने, अवधारणा और नवाचार करने के लिए प्रेरित करता है। 

जिले में यह अभिनव प्रयोग स्कूली छात्र छात्राओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने के लिए अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग की ओर से अटल टिंकरिंग लैब का संचालन किया जा रहा है, जिससे छात्रों में रचनात्मकता व कल्पनाशीलता को सकारात्मक दिशा प्राप्त हो। इस दिशा मे गरियाबंद जिला के दो विकासखंड में संचालित पांच अटल टिंकरिंग लैब अपने उन्नयन व सृजनशीलता के लिए सफलता हासिल की है। वर्तमान में अटल टिंकरिंग लैब खडमा, कौंदकेरा, राजिम, अकलवारा व सिवनी मे संचालित हैं, संचालन के लिए दिशा-निर्देश नीति आयोग के अटल इनोविशन मिशन की ओर से प्राप्त होता है तथा दिये गये निर्देश पर क्रियान्वयन जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर व जिला मिशन समन्वयक श्याम चंद्राकर समग्र शिक्षा के मार्गदर्शन में संपादित किया जा रहा है। अटल टिंकरिंग लैब कौन्दकेरा में ए टी एल इंचार्ज मीना शर्मा व मेंटर टीचर सतीश मालवीय के प्रयास से पंडित जवाहरलाल नेहरू शिक्षा समागम 2021, राज्य उत्सव 2022 मे विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी मे शामिल हुआ। साथ ही स्मार्ट इंडिया हैकथान 2022 में ग्रीन व क्लीन टेक्नोलॉजी थीम के अंतर्गत पूरे देश भर में 30वें स्थान व साइंस कार्निवाल 2022 में तीसरा स्थान प्राप्त किया व अटल मैराथन में भाग लिया। अकलवारा, राजिम व अन्य दो स्कूलों में संचालित ए टी एल लैब में छात्र छात्राओं को प्रारंभिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ा गया है।

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