रायपुर,21नवंबर। मानवीय संवेदना के साथ निःस्वार्थ भाव से जो राष्ट्र व समाज की सेवा करता है,उसे स्वतः ही सम्मान मिलता है। नेहरू युवा केन्द्र, युवाओं को देश और मानवता की निःस्वार्थ सेवा करने का अवसर प्रदान करता है और उनके व्यक्तित्व निर्माण में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उक्त बातें राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सोमवार को नेहरू युवा केन्द्र भोपाल में आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह तथा युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर राज्यपाल उइके का युवाओं ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति के साथ आत्मीय स्वागत किया। तत्पश्चात राज्यपाल सह अतिथियों द्वारा युवाओं के प्रेरणाश्रोत स्वामी विवेकानंद के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया।
स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल उइके ने उपस्थित सभी को नेहरू युवा केंद्र के 50 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया की बात कहते हुए नेहरू युवा केंद्र, भोपाल से जुड़े युवाओं को छत्तीसगढ़ आने का आमंत्रण भी दिया। राज्यपाल ने कहा कि युवा जितने अधिक जिम्मेदार होंगे और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे, देश उतना ही सशक्त होगा और विकास पथ पर आगे बढ़ेगा। उन्होंने युवाओं से कहा कि डिग्रियां लेना हमारा एकमात्र उद्देश्य नहीं होना चाहिए, व्यवहारिक ज्ञान और आचार, विचार, संस्कार का भी व्यक्तित्व निर्माण में बड़ी भूमिका है। हमें युवाओं के व्यक्तित्व विकास में इन पहलुओं का भी ध्यान रखना चाहिए। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं एन.एस.एस, एन.सी.सी. जैसे युवा कार्यक्रमों से प्रभावित रही हूं और यही मेरे छात्र राजनीति में सक्रियता का कारण रहा। इसके माध्यम से मैंने नेतृत्व क्षमता के गुण सीखें और युवाओं को समाज सेवा के प्रति जागरूक करने का कार्य किया। राज्यपाल के रूप में अपने तीन वर्षाेें के कार्यकाल का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पहले एक ही राज्य हुआ करते थे। मुझे छत्तीसगढ़ में रहते हुए मध्यप्रदेश की कमी कभी महसूस नहीं हुई तथा छत्तीसगढ़ वासियों की आत्मीयता ने मुझे सदैव प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल के प्रति आम जनमानस की धारणाओं व मान्यताओं को बदलने का काम किया है। लोग अब बिना किसी हिचक के सीधे राजभवन आते हैं और मैं उनसे मिलती हूं तथा उनके समस्याओं को सुनकर समाधान करने का पूरा प्रयास करती हूं। छत्तीसगढ़ जनजाति बहुल प्रदेश होने के कारण मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है और मुझे खुशी होती है कि मैंने इसका सदैव निर्वहन किया हैै। राज्यपाल उइके ने कहा कि युवाओं में यह भावना नहीं होनी चाहिए कि क कोई कार्य छोटा है या बड़ा, बल्कि हमें राष्ट्र हित को सर्वाेपरि मानते हुए अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए।
राज्यपाल उइके ने कहा कि भारत स्काउट गाइड्स, एन.सी.सी., एन.एस.एस. और नेहरू युवा केन्द्र जैसे संगठनों ने युवाओं में धैर्य, अनुशासन, सृजनात्मकता ,सहयोग और परोपकार की भावना विकसित करने में अतुलनीय योगदान दिया है। नेहरू युवा केन्द्रों के साथ जुड़े युवा न केवल जागरूक, प्रेरित हैं बल्कि स्वैच्छिक प्रयासों के माध्यम से सामाजिक विकास के कार्यों में संलग्न हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के समग्र विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें भारत के युवा ऊर्जा की सर्वाेच्च भागीदारी भी है और उनके क्षमता का राष्ट्रहित में उपयोग करने का संकल्प भी पूरा किया जा रहा है। नेहरू युवा केन्द्र संगठन के माध्यम से युवाओं ने फिट इंडिया मूवमेंट, कोविड-19 महामारी, एक भारत श्रेष्ठ भारत, स्वच्छ भारत मिशन, जल शक्ति अभियान, राष्ट्रीय एकता शिविर, नमामि गंगे जैसे महत्वपूर्ण अभियानों में अपनी सहभागिता दी है। संबोधन के अंत में राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि देश के युवा संगठन राष्ट्र कल्याण के अपने कार्यों को प्रतिबद्धता के साथ अनवरत् जारी रखेंगे।
कार्यक्रम को संस्कृति मंत्री, मध्यप्रदेश शासन उषा ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर नेहरू युवा केन्द्र ने राज्यपाल स्मृति चिन्ह तथा उनकी स्केच भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर किशन सूर्यवंशी, ए.डी.जी.पी. भोपाल, मणि शंकर, राहुल कोठारी, आर.एन. त्यागी, सुरेन्द्र शुक्ला, उर्मिला शुक्ला उपस्थित थे।
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