धमतरी, 19 नवंबर। नगर पंचायत कुरूद में प्रत्येक मंगलवार को सुबह लगने वाला सूखी मछली का बाजार छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल आदि प्रदेशों में प्रसिद्ध है। यहां कुरूद, मगरलोड, नगरी के अलावा धमतरी जिला के बाद नयापारा राजिम, महासमुंद, रायपुर के अलावा बाहर के लोग भी सूखी मछली बेचने आते हैं।
सूखी मछली के खरीददार जगदलपुर, उड़ीसा, कटक, बंगाल, कोलकाता, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, जबलपुर, महाराष्ट्र, गोंदिया, नागपुर आदि बाहर के प्रदेशों से भी व्यापारी सूखी मछली खरीदने आते हैं। यदि यहां के मछली बाजार को सुव्यवस्थित रूप से ध्यान दिया गया तो यहां प्रदेश का सबसे बड़ा सूखी मछली का बाजार बन सकता है। मछली खरीदने आई जगदलपुर सेमरा की कामेश्वरी ने बताया कि यहां सूखी मछली किलो में 60 से 70 रुपये तक खरीदते हैं। जिभाड़ा एक बोरी का 30 से 50 रुपये पड़ता है। जगदलपुर क्षेत्र के आदिवासी इलाके में लोग लगभग 90 से 100 रुपये तक आराम से खरीद लेते हैं। इनका कहना है कि कुरूद का मछली बाजार पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध हैं। वो यहां लगभग 30 सालों से सूखी मछली खरीदने यहां आ रहे हैं।
तिल्दा नेवरा से सूखी मछली बेचने आए अकरम ने बताया कि यहां कुरूद में सुखी मछली खरीदकर बेचते हैं। यहां का बाजार में सूखी मछली का दाम अच्छा मिल जाता है। इनका कहना है कि रायपुर, महासमुंद और आसपास सूखी मछली का बाजार नहीं है। लोगों का कहना है कि यदि कुरूद के इस बाजार पर अच्छे से ध्यान दिया जाए तो इसे प्रदेश के सबसे बड़े सूखा मछली मार्केट के रूप में विकसित हो सकता है। नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चंद्राकर ने कहा कि सूखी मछली के व्यापार और बाजार को बढ़ावा देने के लिए नगर पंचायत के हित में कार्य हो रहे हैं।
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