गुजरात, 19 नवंबर। आज कल सोशल मीडिया के जमाने में बड़े से बड़े अधिकारी, नेता, मंत्री, विभाग के अफसर इसी के जरिये लोगों की शिकायतें सुनकर उस पर फ़ौरन कार्रवाई कर रहे हैं। बड़े से बड़े अफसर इसमें अपने विचार रखकर काफी फेमस भी हो गए लेकिन यही सोशल मीडिया एक आईएएस अधिकारी के लिए परेशानी बन गया। नतीजा यह रहा कि चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव पर्यवेक्षक की ड्यूटी से ही बर्खास्त कर दिया।
चुनाव आयोग ने यूपी कैडर के आईएएस अभिषेक सिंह को सोशल मीडिया पर पब्लिसिटी स्टंट के रूप में अपनी तस्वीरों को दिखाने के लिए गुजरात में चुनाव पर्यवेक्षक की ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया है। अधिकारी को अगले आदेश तक चुनाव संबंधी किसी भी ड्यूटी से प्रतिबंधित कर दिया गया है। ‘दिल तोड़ के’ फेम अभिषेक सिंह ने कल गुजरात के बापूनगर और असरवा के GO का चार्ज लेने के बाद ये तस्वीरें पोस्ट की थीं। चुनाव आयोग ने इसे पब्लिसिटी स्टंट मानते हुए की कार्रवाई।
अभिषेक सिंह को तुरंत निर्वाचन क्षेत्र छोड़कर अपने नोडल अधिकारी को रिपोर्ट करने का आदेश। साथ ही GO के तौर पर मिली सरकारी सुविधाएं वापस करने को कहा गया है। कृष्ण बाजपेयी, IAS (KN: 2010) अब बापूनगर और असरवा के ऑब्जर्वर बनाए गए। कहा जा रहा है कि, सोशल मीडिया के पॉजिटिव और निजी इस्तेमाल में कोई बुराई नहीं। मगर सरकारी सुविधाओं, पद और ‘IAS-IPS स्टेटस’ का इस्तेमाल लाइक, RT और फॉलोअर्स बटोरने के लिए नहीं होना चाहिए।
चुनाव आयोग के फैसले पर IAS अभिषेक सिंह की प्रतिक्रिया, ‘चुनाव आयोग का फैसला मंजूर मगर मैंने कुछ गलत नहीं किया। न ही कोई पब्लिसिटी की मैंने और ना ही कोई स्टंट।
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