पशुओं में लम्पी संक्रमण से बचाव करने किया जा रहा टीकाकरण

बेमेतरा। बेरला विकासखण्ड के ग्राम कठिया में गौवंशीय पशुओं में लम्पी त्वचा रोग जैसे लक्षण दिखाई देने पर 10 अक्टूबर को 5 प्रभावित पशुओं के नमूने लिए गए और 12 अक्टूबर को 4 पशुओं के नमूने एकत्रित कर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल (निशाद) भेजा गया था। प्राप्त जाँच रिपोर्ट के अनुसार 10 अक्टूबर को भेजे गए 5 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव और 12 अक्टूबर को भेजे गए 4 सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है।ज्ञात हो कि जाँच रिपोर्ट के अनुसार जिन पशुओं की पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है उनमें से किसी भी पशु की मृत्यु नहीं हुई है। 10 अक्टूबर को लिए गए सैम्पल जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है उसमें से 1 पशु की मृत्यु अन्य कारणों से हुई है।

पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ. राजेन्द्र भगत ने बताया कि जिले में एलएसडी के लिए 106100 गोटपॉक्स टीकाद्रव्य में से 59604 गोटपॉक्स टीकाकरण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 119000 टीकाद्रव्य शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगा। जिले की विभिन्न संस्थाओं में आने वाले सभी प्रजातियों के पशुओं का नियमित उपचार किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षात्मक रूप से सर्वेक्षण, उपचार और टीकाकरण कार्य किया जा रहा है। लम्पी त्वचा रोग से बचाव के लिए पशुपालकों को सावधानी बरतने के लिए सुझाव दिए जा रहे हैं।यह बीमारी मच्छरों, मक्खियों, किलनी, जूँ के माध्यम से फैलती है। इस बीमारी के मुख्य लक्षण पशुओं को बुखार आना, आँखों , नाक से स्राव होना, मुँह से लार निकलना, पूरे शरीर पर गाँठों जैसे नरम छाले पड़ना, दुग्ध उत्पादन में कमी, चारा और दाना खाने में कठिनाई इत्यादि है।