अब पटरियों में नहीं कुचले जाएंगे मवेशी : अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली। तेज रफ्तार के कारण दुनिया भर में मशहूर बुलेट ट्रैन का भी  रकार्ड तोड़ने वाले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रैन की शुरुवात देश के कई राज्यों में हो गई है। हाई स्पीड वंदे मातरम एक्सप्रेस ट्रैन से टकरा कर मवेशियों की बड़ी संख्या में मौत हो रही है और ट्रेनों के क्षतिग्रस्त होने से रेलवे को भी भारी नुकशान हो रहा है।

इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे अपने नेटवर्क के उन हिस्सों में अगले छह महीने में 1,000 किलोमीटर दूरी तक दीवार बनाएगा जहां ट्रेनों से मवेशियों के कुचलने के ज्यादा मामले दर्ज किये जा रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर के पहले नौ दिन में मवेशियों के पटरियों पर आने से करीब 200 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। इस साल अब तक करीब 4,000 ट्रेनें इस तरह प्रभावित हुई हैं।


वैष्णव ने कहा कि हम रेल मार्ग पर दीवार बनाने के बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं। हम दो अलग-अलग डिजाइन पर विचार कर रहे हैं। हमने अगले पांच से छह महीने में मजबूत दीवार बनाने की मंजूरी दी है और डिजाइन कारगर रहा तो हम 1,000 किलोमीटर की लंबाई में ऐसी दीवार बनाने की योजना बना रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि परंपरागत दीवारों से मवेशियों के ट्रेन से कुचलने की समस्या का समाधान नहीं निकलेगा। गत एक अक्टूबर को शुरू हुई मुंबई-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का अगला हिस्सा महीने के शुरुआती नौ दिन में मवेशियों के टकराने की तीन घटनाओं में क्षतिग्रस्त हो गया था।

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