KORBA : कोरबा-चांपा मार्ग में यातायात बाधित ,आरक्षण के लिए उरगा चौक पर चक्काजाम

कोरबा,15नवंबर। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने 32 प्रतिशत आरक्षण यथावत रखने की मांग को लेकर मंगलवार की सुबह 10 बजे से उरगा चौक में हुए चक्काजाम कर दिया है। चक्काजाम के साथ ही कोरबा-चांपा मार्ग में यातायात बाधित हो गया है। जानकार लोग बाईपास व आंतरिक सड़क का उपयोग कर पा रहे हैं।हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उमड़ पड़े हैं। चक्काजाम शाम 5 बजे तक चलेगा। चक्काजाम के मद्देनजर उरगा टीआई निरीक्षक सनत सोनवानी के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर मौजूद है।

चक्काजाम में सेवक राम मरावी जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज, ननकीराम कंवर विधायक रामपुर क्षेत्र, श्यामलाल कंवर पूर्व विधायक, श्रीमती विद्या सिदार अध्यक्ष केंद्रीय गोंड समाज, सुमन नेताम, सरोज कंवर, हरेश कंवर अध्यक्ष जनपद पंचायत कोरबा, श्रीमती हर कुमारी बिंझवार उपाध्यक्ष बिंझवार समाज छत्तीसगढ़, श्रीमती लक्ष्मीन कंवर जनपद सदस्य करतला, श्रीमती अशोका बाई कंवर सरपंच ग्राम पंचायत कोथारी, कौशल सिंह राज, श्रीमती शिवकला क्षत्रपाल अध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा, श्रीमती रेणुका राठिया पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत करतला, श्रीमती लता कंवर अध्यक्ष जनपद पंचायत कटघोरा, गोवर्धन प्रसाद राठिया, सुषमा भगत, रामरतन निकुंज, धनमनराम भगत, रमन सिरका, सुषमा नेताम, रुस्तम सिंह उर्रे, घसिया मांझी, शिवनारायण कंवर, धनसिंह कंवर कमल बंसी कंवर समाज, दिगंबर कंवर, सरमन सिंह कंवर, कामता सिदार, सरण सिंह कंवर, जनार्दन कंवर सरपंच ग्राम पंचायत उरगा, करम पाल, इतवार सिंह, कीर्तन सिंह, प्रेम सिंह कंवर, रामप्यारे बिंझवार प्रदेश अध्यक्ष वीर नारायण सेवा, बालाराम आर्मो, शिवनाथ, बलराम खैरवार अध्यक्ष खैरवार समाज, घनश्याम राठिया सरपंच, जागेश्वर सिंह कंवर, अजय कंवर महामंत्री भाजपा अनुसूचित जनजाति, दौलत सिंह राठिया, बिसाहू बिंझवार, शिवनाथ अगरिया, सत्यनारायण पैकरा, घनश्याम सिंह कंवर, भुवन सिंह कंवर, तारणी कंवर, सुनीता कंवर, फूल सिंह कंवर, हेम सिंह कंवर अध्यक्ष सरपंच संघ करतला, श्रीमती धनेश्वरी कंवर सांसद प्रतिनिधि कोरबा, श्रीमती विज्ञानी कंवर सरपंच ग्राम पंचायत गिधौरी, विनय राठिया सरपंच ग्राम पंचायत रामपुर, चंद्रशेखर बिंझवार सरपंच ग्राम पंचायत चिचोली, परमेश्वर राठिया सरपंच ग्राम पंचायत केरवादवारी, सत्यनारायण कंवर, श्रीमती लता कंवर सरपंच ग्राम पंचायत कराईनारा, प्रदीप बिंझवार आदि हजारों आदिवासी शामिल हुए हैं।