रायगढ़, 14 नवम्बर | शिक्षा में गैप एनालिसिस एक बच्चे की सीखने की उपलब्धियों और उनकी शिक्षा के किसी भी स्तर पर उन्हें कहां होना चाहिए के बीच के अंतर का आंकलन करने के विषय में है जिसे लर्निंग गैप के रूप में जाना जाता है। एक बार जब आप एक सीखने के अंतराल के पहचान कर लेते हैं तो आप उपायों को लागू करने के लिए गैप एनालिसिस टेंप्लेट का उपयोग कर सकते हैं जो बच्चों को उस जगह तक पहुंचने में मदद करता है जहां उसे होना चाहिए। इसी तारतम्य में बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में जोडऩे हेतु रायगढ़ में शासन के अभिनव प्रयास गैप एनालिसिस एवं आउट ऑफ स्कूल विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन 9 से 12 नवम्बर 2022 तक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ललित रायगढ़ में विकास खंड शिक्षा अधिकारी जी.आर.जाटवर एवं विकासखंड स्रोत समन्वयक मनोज अग्रवाल विकासखंड रायगढ़ के निर्देशन में सुश्री नीलम लकडा बीआरपी बरमकेला व श्रीमती सुमित्रा चंद्रा बीआरपी विकासखंड रायगढ़ द्वारा विकासखंड रायगढ़ में चयनित शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में दिव्यांगता के संबंध में विस्तृत चर्चा कर गतिविधि के माध्यम से 21 प्रकार के दिव्यांगता से होने वाले असुविधा को समझाया गया साथ ही उनको शासन से मिलने वाली सुविधाओं को विस्तृत रूप से बताया गया। ऐसे बच्चे जो आउट ऑफ स्कूल हो गए हैं, उन्हें पुन: शाला में जोडऩे हेतु यह प्रयास कारगर साबित होगा। प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों हेतु प्रशिक्षण सामग्री व भोजन की व्यवस्था में सहयोग सतीश गौतम लेखापाल व श्रीमती हेमा चौहान प्रधान पाठिका शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ललित रायगढ़ तथा प्रशिक्षण संचालन में विशेष सहयोग सुशील चौहान सीएसी तिलगा का रहा। इसी आशा के साथ कि प्रशिक्षण का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाने में शिक्षकों की सहभागिता पूर्ण रूप से हो शुभकामनाओं सहित प्रशिक्षण समाप्त किया गया।
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