खाईवालों की फाइलों में जमी धूल को उड़ा रही पुलिस …

रायगढ़,14 नवंबर   जिले की पुलिस नेतृत्व – उच्च अधिकारी के द्वारा अवैध शराब बिक्री, जुआ, सट्टा, कबाड़, जैसे अवैध कारोबार करने वालो पर लगाम लगाने की कार्यवाही करते रहती है। इस बार मयंक अग्रवाल के मौत की घटना के बाद पुलिस ने खाईवालों पर बड़ी कार्यवाही करने की अनुमान लगाने की बातों से इंकार नही किया जा सकता। बता दे कि मयंक अग्रवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वही दूसरी तरफ रायगढ़ के होटल ट्रिनिटी में चली जुआ में लगभग 2 दर्जन से अधिक लोगो के नाम आ रहे थे जुआड़ियों भूमिका पर संदेह खड़े किए जा रहे हैं। रायगढ़ वासी पुलिस पर मयंक के दोषियों पर उचित कार्यवाही की आशा के लिए नजारे जमाये बैठी है, रायगढ़ पुलिस ने जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने को चुनौती मानते हुए खाईवालों की जन्म कुंडली खंगालने शुरू  कर दिया है।

बताना लाजमी होगा कि पुलिस के खाईवालों पर कार्यवाही की कड़ी में खंगाले गए आपराधिक रिकॉर्ड के अनुसार पुलिस डायरी में रायगढ़ जिले का नामी गिरामी सट्टा किंग का नाम पहले नंबर पर है, जो रायगढ़ का निवास है जिस पर सट्टा एक्ट के तहत अब तक लगभग 30 से अधिक प्रकरण दर्ज हो चुके हैं तथा धारा 110 जाफौ. की कार्यवाही जा चुकी है। जिले में सट्टा सामाजिक बुराई सर चढ़कर बोल रहा है, जिसकी चपेट में आकर कई घर बर्बाद हो रहे हैं, सामाजिक बुराई को नष्ट करने के लिए सट्टा खाई वालों की कुंडली साझा करने में पुलिस की पारदर्शिता साधुवाद के पात्र है। क्योंकि इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने में पारदर्शिता लगाम लगाने का काम करेगी हालांकि इतनी बृहद जानकारी उपलब्ध कराने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी है

20 वर्षों की जानकारी एकत्रित करने के लिए कई फाइलें और रजिस्टरो की खाक छानने के बाद एक-एक करके सट्टा खाईवाल के नाम सारे कुकर्म धूल खा रहे पुलिस की डायरी से बाहर निकल कर आ गए हैं । बहरहाल सट्टा खाईवाल की दो दसको के अपराधिक रिकॉर्ड सामने आने के बाद वर्तमान जिला पुलिस भी चौंक जाएगी तथा स्काई वालों के रिकॉर्ड को देखते हुए इस सामाजिक बुराई पर लगाम कसने के लिए वर्तमान जिला पुलिस के शीर्ष नेतृत्व उच्च अधिकारी द्वारा आगामी कुछ दिनों में ही इस सट्टा खाईवाल के ऊपर बड़ी कार्यवाही होने का अनुमान भी लगाया जा रहा है।